पत्रकार के खेत पर जबरिया कब्जा जता रहे दबंग, उरुवां पुलिस बनी तमाशबीन

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गोरखपुर। सूबे के मुखिया योगी आदित्यनाथ द्वारा पत्रकारों का उत्पीड़न न किये जाने और उनकी फौरन सुनवाई का फरमान उरुवा थानाध्यक्ष पर बेअसर साबित हो रहा। पीड़ित पत्रकार अपने मामले को लेकर कई बार थानाध्यक्ष उरुवा से मिल चुके हैं और बीते चार दिन पूर्व कार्यवाही के लिए थानाध्यक्ष उरुवा को लिखित तहरीर भी दे चुके हैं।

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बावजूद इसके थानाध्यक्ष उरुवा सिर्फ दंबगो पर कार्यवाही के बजाय केवल आश्वासन दे रहे। उरुवा पुलिस का यह उदासीन रवैया साफ दर्शाता है कि जब यूपी के पत्रकार खुद पीड़ित हैं उनकी सुनवाई नहीं हो रही तो आम आदमी को न्याय कैसे मिल पाता होगा।

मामला उरुवा थाना क्षेत्र के गाँव बेलासपुर का है।गोरखपुर लाइव/उत्कर्ष पत्रिका के वरिष्ठ पत्रकार सुनील गहलोत का आरोप है कि गाँव मे उनका पैतृक जमीन है जिसमे कृषि का कार्य कराते हैं। गाँव मे जाने वाले मेन रोड के किनारे कुछ लोगों ने मकान बनवा रखा है और पीछे उनका खेत है।

मकान बनवा चुके लोगों में महेश कन्नौजिया, रामजी यादव, ओमप्रकाश ठठेरा, साहब सिंह, रामभरोस, राधे मार्कण्डेय जायसवाल व मनोज गुप्ता कृषि योग्य भूमि में जबरिया कई वर्षों से गटर का पानी, शौचालय का पानी व ऊपर से टंकी का पानी गिराते हैं। जिससे प्रति वर्ष कृषि का भारी आर्थिक नुकसान होता है। पानी गिराने से मना करने पर दबंग जातिसूचक शब्दो का प्रयोग करते हैं तथा जान-माल की धमकी देते हैं।

इस सम्बंध में हमने क्षेत्राधिकारी गोला से बात की तो उन्होंने श्यामदेव बिंद ने एसओ उरुवा दिनेश कुमार को तुरंत कार्यवाही का आदेश दिया है।