नई दिल्ली। देश में जल्द से जल्द कोरोना वायरस के टीका की उपलब्धता हो इसके लिए लोगों को बेसब्री से इंतजार है। इसी सिलसिले में केंद्र सरकार की ओर से कोरोना टीकाकरण को लेकर शुरुआती गाइडलाइंस जारी कर दी गई हैं।
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बता दें कोरोना वैक्सीन का टीकाकरण देश का सबसे बड़ा टीकाकरण अभियान शामिल होने वाला है। राज्यों को एक जिले में एक मैनुफैक्चरर की वैक्सीन ही सप्लाई करने को कहा गया है ताकि अलग-अलग वैक्सीन मिक्स होने से बचा जा सके।
वैक्सीन कैरियर, वायल्स और आइस पैक्स को सूरज की सीधी रोशनी से बचाने के सभी इंतजाम किए जाएंगी। जब तक कोई टीका लगवाने नहीं आता, तब तक वैक्सीन और डाइलुएंट्स को वैक्सीन कैरियर के भीतर लिड बंद करके रखा जाएगा।
कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क (Co-WIN) सिस्टम तैयार किया गया है। इस डिजिटल प्लेटफॉर्म पर वैक्सीन के स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन की रियल-टाइम अपडेट्स तो मिलेंगी ही। वैक्सीन के लिए किन्होंने रजिस्टर किया है और उन्हें कब वैक्सीन दी जानी है या टीका लगा या नहीं, ये सब Co-WIN में अपडेट होता रहेगा।
कोविड वैक्सीन इंटेलिजेंस नेटवर्क के जरिए वैक्सीन के स्टॉक और डिस्ट्रीब्यूशन की रियल-टाइम जानकारी मिलेगी। किसे वैक्सीन मिली है और किसे नहीं, उसका डेटा भी यहां उपलब्ध होगा।
वैक्सीन के लिए लोगों को रजिस्टर करना होगा। इसके लिए वेबसाइट जल्द लॉन्च की जाएगी। वहां पर वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन डॉक्युमेंट जैसे 12 फोटो आईडीज में से एक के सहारे रजिस्टर कर पाएंगे। फिर सेंटर पर फोटो आईडी मैच की जाएगी।
वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर निर्देश
वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन और एडमिनिस्ट्रेशन को लेकर जारी एसओपी में केंद्र ने राज्यों को कई निर्देश दिए हैं। वैक्सीन के लिए लोगों को पहले रजिस्ट्रेशन कराना होगा। फिर उन्हें एक तारीख दी जाएगी। उस डेट को उन्होंने टीकाकरण केंद्र पहुंचना होगा। टीकाकरण के लिए पोलिंग बूथों, कॉलेजों और कम्युनिटी हॉल्स का इस्तेमाल किया जा सकता है।
इसके अलावा नगर निगम भवनों, पंचायत बिल्डिंग, कैंट हॉस्पिटल, रेलवे अस्पतालों, पैरामिलिट्री फोर्सेज के कैंपों को भी टीकाकरण साइट की तरह इस्तेमाल करने की योजना है।
वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर केंद्र का सुझाव
वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन केंद्रों पर कम से कम तीन अलग-अलग कमरे हों। जहां वैक्सीन दी जाएगी, वहां तीन कमरे होने चाहिए। पहला वेटिंग रूम होगा, दूसरा वैक्सीनेशन रूम और तीसरा ऑब्जर्वेशन रूम। तीनों जगह सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा।
गाइडलाइंस के अनुसार, टीकाकरण की एक साइट पर दिनभर में केवल 100 लोगों को टीका लगेगा। अगर लॉजिस्टिक्स की सुविधा अच्छी है तो इसे बढ़ाकर 200 भी किया जा सकता है। वैक्सीन देने वाली टीम में एक वैक्सीन ऑफिसर और चार वैक्सीनेशन ऑफिसर्स होंगे। वैक्सीनेशन रूम में किसी महिला को वैक्सीन मिलते वक्त एक महिला स्टाफ मेंबर की मौजूदगी अनिवार्य होगी।
वैक्सीन पाने के लिए आपको पहले से रजिस्टर करना होगा। ऑन-द-स्पॉट रजिस्ट्रेशन नहीं हो जाएगा। सरकार ने 12 तरह के पहचान-पत्रों को मान्यता दी है जिनके जरिए आप Co-WIN वेबसाइट पर रजिस्टर कर पाएंगे। इसके लिए वोटर आईडी, आधार, ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, पेंशन डॉक्युमेंट जैसे दस्तावेज मान्य होंगे।