बस्ती के कोरोना संक्रमित मासूम को मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कालेज में भर्ती कराया गया। उसे बस्ती मेडिकल कॉलेज से रेफर किया गया है। मासूम के साथ उसके माता-पिता को भी भर्ती किया गया है।
बस्ती में कोरोना का प्रकोप लगातार बढ़ रहा है। अब तक 14 मरीजों में कोरोना की तस्दीक हो चुकी है। सोमवार को बस्ती के एक तीन माह के मासूम की कोरोना संक्रमण की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद हड़कंप मच गया।
यह प्रदेश में अब तक सबसे कम उम्र का कोरोना संक्रमित मरीज है। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए बस्ती मेडिकल कॉलेज प्रशासन ने उसे मंगलवार को बीआरडी मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया।
दोपहर में एम्बुलेंस से लाया गया मासूम को मंगलवार को दोपहर में मासूम बीआरडी एम्बुलेंस से पहुंचा। उसके साथ माता-पिता भी रहे। उसे सुपर स्पेशियलिटी स्थित आइसोलेशन वार्ड में भर्ती करा दिया गया।
मासूम के मेडिकल कॉलेज पहुंचते ही हड़कंप मच गया। कोरोना वार्ड के डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टॉफ भी सतर्क हो गए। चारो तरफ सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई। सुपर स्पेशलिटी ब्लाक का गेट बंद कर दिया गया। मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर दो गेट हैं, एक बंद कर दिया गया। दूसरे पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। कॉलेज के अंदर जाने वाले हर व्यक्ति का नाम-पता, मोबाइल व गाड़ी नंबर गेट पर ही नोट किया जा रहा है।
मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार पर दो गेट हैं, एक बंद कर दिया गया। दूसरे पर भी सुरक्षा व्यवस्था बढ़ा दी गई है। कॉलेज के अंदर जाने वाले हर व्यक्ति का नाम-पता, मोबाइल व गाड़ी नंबर गेट पर ही नोट किया जा रहा है।
दोपहर में मासूम मेडिकल कॉलेज आ गया। उसे कोई दिक्कत नहीं है। ऐसे में अब सवाल उठता है कि गोरखपुर में एक भी कोरोना का केस नहीं है। इसलिए यह सेफ सिटी माना जा रहा था। लेकिन बिना किसी गंभीर लक्षण के बच्चे को इलाज के लिए गोरखपुर बीआरडी मेडिकल कालेज भेजा गया जिससे यहां भी संक्रमण का खतरा पैदा हो गया है। बस्ती जिला प्रशासन की इस हरकत से गोरखपुर हैरान है। शासन को पत्र लिखकर इस बारे में अवगत भी कराया गया है।