छात्रनेताओं द्वारा विश्वविद्यालय में परीक्षा रद्द कराने की मांग को कुलपति ने किया अनसुना

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गोरखपुर। गोरखपुर विश्वविद्यालय द्वारा वार्षिक पेपर कराए जाने को लेकर स्कीम जारी कर दिया गया जिसके बाद विश्वविद्यालय के छात्रनेताओं ने इसका विरोध किया। छात्रनेताओं ने कहा ये पूरी तरह से गलत है एक तरफ वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमक फैलते जा रहा दूसरी छात्रनेता जब तरफ विश्वविद्यालय प्रशासन में कुलपति से मिलने एक प्रतिमण्डल गया तो कुलपति ने बिना बात सुने बिना ही छात्रनेताओं से छात्रों की समस्या सुने ही आग बबूला हो गए और छात्रनेता बार बार पूछते रहे कि अगर हजारों विद्यार्थियों में एक भी कोरोना संक्रमित हो तो कैसे अन्य विद्यार्थियो की सुरक्षा होगी और अन्य जहाँ कोरोना के कारण मोहल्ले सील है वहां से छात्र कैसे आएंगे।

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लेकिन कुलपति ने कोई जवाब न देते हुए भागने लगे जब कि वरिष्ठ छात्रनेताओं ने नारा लगाते हुए उनको घेर लिया। कुलपति बिना जवाब दिए चले गए जिसके बाद चीफ प्रॉक्टर से छात्रनेताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात करकें मामले से अवगत कराया गया कि अगर पेपर होगा तो कैसे कोरोना महामारी को फैलने से रोका जाएगा।

इस दौरान प्रमुख रूप से छात्रनेता शिव शंकर गौड़,राजीव यादव,अनिल दुबे,भस्कार चौधरी,मनीष ओझा,आर्य यादव,शुभम मिश्रा,गौरव वर्मा,सूरज यादव,पवन पाण्डेय,अरुण यादव,आदर्श त्रिपाठी,इब्राहिम खाँ आदि लोग उपस्थिति रहें।

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