गोरखपुर। 3 दिन के लगातार बारिश के बाद अभी मौसम खुला ही है की मौसम विभाग ने फिर बारिश की संभावना जारी कर दी है। बंगाल की खाड़ी के चक्रवातीय तूफान ‘यास’ के प्रभाव से बीती 27 मई से शुरू हुआ बारिश का सिलसिला रविवार को पूरी तरह थम गया। हालांकि थमते-थमते भी रविवार की दोपहर दो मिलीमीटर बारिश हो गई।
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महज 48 घंटे में अधिकतम तापमान में 8.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी
बारिश थमते ही धूप ने तेवर दिखाया और अधिकतम तापमान को 32.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा दिया, जो महज दो दिन पहले गिरकर 24 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया था।
यानी महज 48 घंटे में अधिकतम तापमान में 8.5 डिग्री सेल्सियस की बढ़ोत्तरी दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञ कैलाश पांडेय बताया कि सोमवार को अधिकतम तापमान के 34 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का पूर्वानुमान है।
पूर्वांचल के अन्य जिलों में भी होगी बारिश
इसी के साथ अगली बारिश का पूर्वानुमान भी मौसम विशेषज्ञ ने व्यक्त किया है। उन्होंने बताया कि जम्मू के ऊपर बना एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो चुका है। तिब्बत की ओर जाने के क्रम में जब यह पूर्वी उत्तर प्रदेश के ऊपर से गुजरेगा तो गोरखपुर सहित समूचे पूर्वांचल में गरज-चमक के साथ बूंदाबांदी से लेकर हल्की बारिश की वजह बनेगा।
दरअसल जम्मू कश्मीर के ऊपर एक पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हो गया है, जिसके दो जून को गोरखपुर पहुंचने की संभावना है। इसकी वजह से गोरखपुर के ऊपर दो और तीन जून को हल्के बादल छाए रहेंगे। गोरखपुर जिले के कुछ स्थानों पर हल्की बूंदाबांदी भी सकती है।
महाराजगंज और सिद्धार्थनगर में हल्की से मध्यम वर्षा भी हो सकती है। दो जून से इस बारिश का पूर्वानुमान मौसम विशेषज्ञ जता रहे हैं। बादलों के आने का सिलसिला मंगलवार से ही शुरू हो जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी बताया कि यह बारिश एक-दो दिन से ज्यादा नहीं होगी।
पुरवा हवाएं भी चलेंगी
इस दौरान बादल आसमान में लगातार डेरा डाले रहेंगे और पुरवा हवाएं भी 20 से 25 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चलेंगी। ऐसे में एक बार फिर तापमान में हल्की गिरावट दर्ज की जाएगी। हालांकि यह गिरावट भी अस्थाई ही रहेगी। उसके बाद तापमान जेठ का रंग दिखाएगा।
मानसून आने में देरी
हमेशा की तरह इस बार 1 जून को मानसून केरल नहीं पहुँच रहा है। इसके 3 दिन तक लेट होने होने की संभावना है यानि अब मानसून केरल के तट पर 3 जून को टकराएगा। केरल में ही मानसून 3 दिन लेट हो जाने की वजह से गोरखपुर में भी हमेशा 15 जून के आसपास पहुँचें वाला मानसून देरी से पहुँचने की संभावना है।
साथ ही, अपेक्षाकृत पछुवा पवनों की व्यापकता अभी भी वायुमंडल में 4.5 किमी की ऊँचाई तक नहीं है, जिससे केरल के ऊपर संवहनीय बादलों से होने वाली वर्षा में 1 जून तक तीव्रता के आसार नहीं हैं।
— India Meteorological Department (@Indiametdept) May 30, 2021