गोरखपुर। अपनी मंगेतर के साथ कार में एकांत में समय बिता रहे युवक का पुलिस ने शांतिभंग में चालान किया है। हलांकि सिटी मजिस्ट्रेट की कोर्ट से उसे जमानत मिल गई।
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पकड़े जाने के बाद युवती को घर भेज दिया गया था। मामला गोरखपुर के खोराबार थानाक्षेत्र का है।
कार में मंगेतर के साथ, दोस्त कर रहे थे निगरानी
शुक्रवार की रात पुलिस ने फोरलेन पर गश्त के दौरान ढाबा किनारे खड़ी कार में युवक व युवती को कार में कथित तौर पर गलत हरकत करते पुलिस ने पकड़ा था।
कार के पास खड़े होकर दो युवक इनकी निगरानी कर रहे थे। कार समेत सबको पकड़कर पुलिस थाने ले आयी।
छानबीन करने पर पता चला कि युवती कुशीनगर जिले के अहिरौली क्षेत्र की रहने वाली है। खोराबार के रायगंज युवक से फोन पर उसकी बातचीत होती थी।
युवक के बुलाने पर वह शुक्रवार की शाम मिलने आयी थी। प्रभारी निरीक्षक खोराबार नासिर हुसैन ने बताया कि शुक्रवार की रात में ही युवती को छोड़ दिया गया था।
हिरासत में लिए गए रायगंज के रहने वाले युवक का रविवार को शांतिभंग में चालान किया गया। कब्जे में ली गई कार को सीज कर दी गई है।
बीते शुक्रवार को खोराबार में फोरलेन पर गश्त कर खोराबार पुलिस ने ढाबा के पास एक खड़ी कार को कथित तौर पर संदिग्ध दशा में देखकर उसकी तलाशी ली तो उसमें युवक और युवती को आपत्तिजनक स्थिति पाए गए।
पुलिस युवक-युवती और कार की निगरानी कर रहे उसके दोस्तों को थाने ले आई। जांच करने पर पता चला कि युवक और युवती की शादी तय है। फोन पर उनकी बात होती है। शुक्रवार को मंगेतर के बुलाने पर युवती मिलने चली आई थी।
अब सवाल उठता है कि पुलिस बार बार जिस आपत्तिजनक अवस्था में पाए जाने की बात कर रही है उस अवस्था से आपत्ति किसे है? जबकि दोनों बलिग हैं और मंगेतर हैं।
दूसरी बात शांतिभंग की आशंका में चालान किया गया है क्या दो लोगों के अकेले में मिलने से शांति भंग होने की आशंका थी? या सिर्फ से कानून का दुरुपयोग है?