नई दिल्ली। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अन्य केंद्रीय मंत्रियों, शिक्षा राज्य मंत्री, विभिन्न राज्यों के शिक्षा मंत्रियों और शिक्षा सचिवों के साथ 12वीं की पेंडिंग बोर्ड परीक्षाओं को महामारी के बीच आयोजन को लेकर आज, 23 मई 2021 को हुई वर्चुअल मीटिंग हुई। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार इस मीटिंग में तय हुआ की सीबीएसई की 12वीं की परीक्षाओं का आयोजन किया जाएगा।
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हालांकि, परीक्षा के फॉर्मेट में बदलाव किया जा सकता है। सीबीएसई बोर्ड द्वारा परीक्षाओं को लेकर तारीखों की घोषणा और एग्जाम पैटर्न के लिए 1 जून 2021 को घोषणा की जाएगी। इसी प्रकार, प्रवेश परीक्षाओं (जेईई मेन, नीट आदि) का प्राप्त जानकारी के अनुसार आयोजन किया जाएगा।
राज्यों को 25 मई तक देने हैं सुझाव
इसके साथ ही, केंद्र सरकार की तरफ से राज्यों से बोर्ड परीक्षाओं के आयोजन पर विस्तृत सुझाव साझा करने की अपील की। केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ के अनुसार, “प्रधानमंत्री के नेतृत्व के अनुरूप बैठक काफी सकारात्मक रही और हमे कई महत्वपूर्ण सुझाव मिले। हमने सभी राज्यों से अपील की है कि वे अपने विस्तृत सुझाव 25 मई तक साझा करें।”
राज्यों को दिये गये दो विकल्प
बैठक के दौरान केंद्र द्वारा राज्यों को दो विकल्प दिये गये। इनमें ने पहले विकल्प के अनुसार कक्षा 12 के स्टूडेंट्स को कुछ चयनित विषयों की परीक्षा में सम्मिलित होना होगा और इन विषयों में प्रदर्शन के आधार पर अन्य शेष विषयों के लिए मार्क्स जारी दिये जाएंगे।
वहीं, केद्र सरकार द्वारा राज्यों को सुझाये गये दूसरे विकल्प के बारे में बताते गुए दिल्ली के शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने जानकारी दी कि 12वीं के छात्रों के लिए परीक्षाओं का आयोजन किया जा सकेगा लेकिन एग्जाम पैटर्न में बदलाव करना होगा।
इसमें परंपरागत 3 घंटे के विभिन्न प्रकार के प्रश्नों की बजाय 1.5 घंटे का एक ही पेपर होगा और इसमें सिर्फ बहुविकल्पीय प्रकृति के प्रश्न होंगे। हालांकि, दिल्ली के शिक्षा मंत्री ने कहा, “हमने दोनो ही विकल्पों का विरोध किया।”
कई राज्यों ने किया विरोध
दिल्ली शिक्षा मंत्री ने बैठक को लेकर जानकारी साझा करते हुए कहा कि कई राज्यों ने किसी भी प्रक्रार की परीक्षा के आयोजन का विरोध किया और इन राज्यों द्वारा ‘जीरो एग्जाम’ की मांग की गयी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि इन राज्यों का मत था कि बोर्ड परीक्षाओं के साथ-साथ जेईई और नीट परीक्षाओं के आयोजन से पहले सभी परीक्षार्थियों को वैक्सीन लगनी चाहिए।
दूसरी तरफ, महाराष्ट्र की शिक्षा वर्षा गायकवाड़ ने मीटिंग के बारे में जानकारी साझा करते हुए कहा, “आज की बैठक में हमने चर्चा की कि स्टूडेंट्स को सुरक्षित वातावरण देना हमारी पहली प्राथमिकता है।
पिछला वर्ष छात्रों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण रहा। कोविड-19 महामारी की दूसरी चल रही है और तीसरी लहर भी आने की संभावना है।”
बोर्ड एवं प्रवेश परीक्षाओं को लेकर आज होनी थी बैठक
केंद्रीय शिक्षा मंत्री रमेश पोखरियाल ‘निशंक’ ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में और अन्य केंद्रीय मंत्रियों के साथ आज यानी कि 23 मई, 2021 को एक बैठक में भाग लिया।
इस बैठक में केंद्रीय बोर्ड – सीबीएसई और सीआईएससीई की 12वीं की बोर्ड परीक्षाओं समेत जेईई मेन और नीट (यूजी) 2021 और अन्य एंट्रेंस एग्जाम के आयोजन पर चर्चा की गयी।
इस बैठक में दोनो केंद्रीय मंत्रियों के साथ-साथ महिला एवं बाल विकास मंत्री स्मृति ईरानी, सूचना एवं प्रसारण मंत्री प्रकाश जावडेकर और शिक्षा राज्य मंत्री संजय धोत्रे और देश भर के सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा मंत्रियों, शिक्षा सचिवों और राज्य परीक्षा बोर्डों के अध्यक्षों और स्टेकहोल्डर ने भी भाग लिया। यह वर्चुअल मीटिंग आज 23 मई को सुबह 11.30 बजे से आयोजित की गयी।
शिक्षा मंत्री ने दी थी जानकारी
वहीं इस संबंध में केंद्रीय शिक्षा मंत्री ने कल, 22 मई 2021 को एक ट्वीट करके जानकारी दी थी। इसके अनुसार, राज्य सरकार के सभी शिक्षा मंत्रियों और सचिवों से इस बैठक में शामिल होने और आगामी परीक्षाओं के संबंध में अपने विचार साझा करने का अनुरोध किया गया है। यह वर्चुअल मीटिंग 23 मई, 2021 को सुबह 11.30 बजे से होनी थी।