गोरखपुर। आज दिनांक 29 सितंबर 2020 को गोरखपुर के अंबेडकर चौक पर सामाजिक संगठनों द्वारा हाथरस की घटना को लेकर रेप पीड़िता को न्याय दिलाने व दोषियों को सजा दिलाने के लिए मांग किया गया तथा मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
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कार्यक्रम का नेतृत्व कर रहे मजदूर नेता राज कुमार ने आरोप लगाय कि आंकड़ों के अनुसार पूरे भारत में उत्तर प्रदेश बलात्कार व महिला उत्पीड़न के मामले में प्रथम स्थान पर है।
ऐसी घटनाओं के साथ साथ अन्य घटनाओं का भी बोलबाला है। इसके बावजूद प्रदेश के मुखिया उत्तर प्रदेश उत्तम प्रदेश कहते हैं।
हाथरस की घटना क्रूरता की सारी हदों को पार कर दिया है। घटना को सुनकर रोंगटे खड़े हो जाते हैं। सामूहिक दुष्कर्म के बाद पीड़िता की रीढ़ की हड्डी तोड़ देना तथा जीव को काट देना यह दर्शाता है कि अपराधियों के अंदर कानून का कोई डर नहीं था।
उन्होंने कहा कि सरकार की लापरवाही व भ्रष्ट व्यवस्था के कारण पीड़िता की मौत हुई है। अगर सही समय पर सही उपचार मिल गया होता तो आज पीड़िता हम सबके बीच में होती।
उन्होंने सरकार से आग्रह है कि अपराधियों को कठोर से कठोर सजा दिलाने का प्रयास करें।
कार्यक्रम में उपस्थित गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र नेता भास्कर चौधरी ने कहा कि घटना बहुत निंदनीय है। जिसकी जितनी भर्त्सना किया जाए कम है।
इस घटना का प्रभाव समाज पर इतना हुआ है कि अब घर से महिलाएं व बहन बेटियां निकलने में संकोच कर रही हैं।
अगली घटना कहीं उनके साथ ना हो जाए यह क्या कोई नहीं जानता। निर्भया घटना के बाद कानून में जो परिवर्तन किया गया उसके बाद अपराधियों में कोई एक पैसे का भी भय नहीं है। क्योंकि सिर्फ कानून बनाने से अपराधियों के अंदर डर नहीं आएगा सरकार को चाहिए कि उन कानूनों का पूर्णतया पालन कराए तब हमारे प्रदेश की महिलाएं सुरक्षित होंगी।
इस कार्यक्रम में मुख्य रूप से सुरेंद्र बाल्मीकि, शुधिराम रावत,गोरख प्रसाद सिद्धार्थ, रघुपति प्रसाद, एडवोकेट आलोक चौधरी, ईश्वर प्रसाद, सूर्य प्रताप, अमरजीत प्रसाद, आनंद कुमार, राहुल चंद्रा, प्रदीप कुमार, सोनू बौध, देवानंद पंकज कुमार मौजूद रहे।