लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से यूपी की सियासत में उठापटक देखने को मिल रही है। पहले कांग्रेस और अब सपा बसपा। चुनाव से पहले समाजवादी और बहुजन समाज पार्टी में हुआ गठबंधन अब टूटने की कगार पर है।
आज प्रेसवार्ता कर बसपा सुप्रीमो मायावती ने लगभग इसपर मुहर भी मार दी। मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव के जो नतीजे आएं हैं वो बेहद चिंताजनक है। मायावती ने कहा कि बसपा को तो छोड़ियों सपा को भी यादवों का वोट नहीं मिला। समाजवादी पार्टी की प्रत्याशी डिंपल यादव, धर्मेंद्र यादव और अक्षय यादव की हार इसका प्रमाण है।
मायावती ने कहा कि अखिलेश और डिंपल ने मेरा बहुत सम्मान किया और मैं भी इतिहास की सारी चीजें भुला कर इनका सम्मान करती हूं और करती रहूंगी पर राजनीतिक रास्ते हमें बदलने होंगे। इसके बाद मायावती ने यूपी में हो रहे 11 सीटों के लिए उपचुनाव में अकेले चुनाव लड़ने के ऐलान कर दिया।
मायावती के इस बयान के बाद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि अगर मायावती को अकेले चुनाव लड़ना है तो लड़े हमें कोई दिक्कत नहीं पर उपचुनाव के लिए समाजवादी पार्टी भी तैयार है और हम भी चुनाव में पूरे दमखम के साथ चुनाव लड़ने की तैयारी करेंगे हालांकि अखिलेश ने यह भी कहा कि पार्टी के शीर्ष नेताओं से चर्चा के बाद इसपर फैसला लेंगे।