गोरखपुर। कोविड 19 के बढ़ते मामले को की वजह से BRD मेडिकल कॉलेज में ऊपर कोरोना टेस्ट को लेकर भारी दबाव है। वहीं दूसरी तरह BHU मेडिकल कॉलेज में टेस्ट करने वाले डॉक्टर्स का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव पाए जाने के बाद वाराणसी मंडल का भी टेस्ट अब BRD मेडिकल कॉलेज में किया जा रहा है। ऐसे में BRD कॉलेज में समस्या होने लगी थी।
इस समस्या से निजात के लिए सरकार ने गोरखपुर BRD मेडिकल कॉलेज को दो नई रीयल टाइम पॉलिमर चेन रियेक्शन मशीन (RTPCR) उपलब्ध कराई हैं। एक-दो दिन में नई टेस्ट मशीनों काम करना शुरू भी कर देंगी। उसके बाद BRD मेडिकल कॉलेज एक दिन में 500 कोरोना टेस्ट कर सकेगा। अभी तक रोजाना 250 नमूनों की जांच हो पाती है।
बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कोरोना की जांच वायरल डायग्नोस्टिक रिसर्च लैब (वीडीआरएल) में होती है। इसका संचालन बीआरडी का माइक्रोबॉयोलॉजी विभाग और रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर (आरएमआरसी) कर रहा है।
BRD मेडिकल कॉलेज के इस लैब में RTPCR से जांच होती है। पहले लगभग 80 टेस्ट ही रोज हो पाते थे। लेकिन जैसे जैसे बीमारी का प्रसार बाधा तो गोरखपुर-बस्ती मंडल के जिलों से आने वाले नमूनों की संख्या काफी बढ़ गई। लगभग 15 दिन पहले इस मशीन में नई तकनीक की डाई लगा दी गई, इससे इसकी क्षमता प्रतिदिन लगभग ढाई सौ जांच की हो गई। जो नई मशीन आने के बाद 500 हो जाएगी।
BRD मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि दो आरटीपीसीआर मशीनें आ गई हैं। एक-दो दिन में उनसे भी जांच शुरू हो जाएगी, अब रोज पांच सौ जांचें हो सकेंगी।
आने वाले दिनों में इन मशीनों में नई तकनीक की डाई लगाकर इनकी क्षमता बढ़ाई जाएगी, तब रोज लगभग 750 जांचें संभव हो सकेंगी। दो बायोसेफ्टी कैबिनेट भी जल्द ही मिलने वाले हैं।