आठ पुलिसकर्मियों की हत्या का मुख्य आरोपी विकास दुबे पुलिस एनकाउंटर में मारा गया। एसटीएफ टीम उज्जैन से आज सुबह कानपुर लेकर आ रही थी।
इस दौरान आते समय पुलिस की गाड़ी रास्ते में पलट गई। और विकास दुबे पुलिस ने एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की। जिससे पुलिस ने गोलियां चलाई।
इस दौरान विकास दुबे गंभीर रूप से घायल हो गया। कानपुर के लाला लाजपत राय हैलट अस्पताल प्रशासन ने इसकी पुष्टि की है।
एनकाउंटर में एसटीएफ के दो जवान भी घायल हुए हैं। कानपुर आते ही पुलिस की गाड़ी रास्ते में पलट गई। इसी दौरान विकास दुबे ने पुलिस के एक जवान से हथियार छीनकर भागने की कोशिश की और पुलिस की जवाबी कार्रवाई में उसे तीन गोलियां लगीं।
कानपुर एसएसपी ने घटना की पुष्टि है उन्होंने बताया कि विकास दुबे को ला रही गाड़ी पलटी थी। वो किसी तरह बाहर निकला और घायल सिपाहियों की पिस्टल छीनकर भागने लगा। एसटीएफ ने मोर्चा लिया। फायरिंग हुई। उसे भी गोली लगी।
यह घटना कानपुर के भौती क्षेत्र की है। एनकाउंटर में दो इंस्पेक्टर(एक एसटीएसफ़ इन्स्पेक्टर) समेत चार पुलिसकर्मी घायल भी हुए हैं जिनको कल्याणपुर सीएचसी में भर्ती कराया गया है।
विकास दुबे को मध्य प्रदेश के उज्जैन के महाकाल मंदिर से गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उससे लगातार पूछताछ की। इस दौरान उसने कई बड़े खुलासे किए।
विकास दुबे ने कहा कि वह पुलिसकर्मियों की हत्या के बाद शवों को जलाना चाहता था। जलाने के लिए शवों को एक जगह इकट्ठा किया गया था और तेल का इंतजाम भी कर लिया गया था। विकास ने पुलिसकर्मियों के संपर्क में होने की बात भी कही थी।