सात समंदर पार भोजपुरिया परिवार कर रही समाज के लोगों की सेवा, हर तरफ हो रही सराहना

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भोजपुरिया परिवार एक ऐसा परिवार जो सात समुंदर पार संयुक्त अरब अमीरात में भोजपुरी भाषी लोगों को एक सूत्र में बांधने का कार्य करता है साथ ही समय-समय पर अपने सामाजिक ,सांस्कृतिक कार्यक्रम को भारत के दूर रहकर भी बहुत ही सुंदर तरीके से संपादित करने के लिए जाना जाता है।

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परिवार एक ऐसा शब्द है जो बिना समरसता के हो ही नहीं सकता।
हम जिस भोजपुरिया परिवार की बात कर रहे हैं उस “भोजपुरिया परिवार” की नीव आज से पांच वर्ष पूर्व अमरेंद्र सिंह – कन्हौली देवरिया, विकास चंद्रा (श्रीराम बाबू दवा व्यवसायी परिवार)-सीवान, ई.अजय शाही- सी सी रोड देवरिया ,ई.शिवाजी गुप्ता – मदनपुर देवरिया व राजू गुप्ता जोकवाँ बाजार कुशीनगर ने रखा था, जिसके सदस्यों की संख्या आज हज़ारो में है।

भोजपुरिया परिवार उस समय चर्चा में आया जब करोना कॉल में 182 भारतीयों को एक चार्टर प्लेन दुबई से लखनऊ के लिए आया। यह प्लेन किसी और ने नहीं बल्कि भोजपुरिया परिवार ने अपने दम पर दुबई से भारत भेजा था ।

समयानुकूल अतंरराष्ट्रीय फ्लाइट की व्यवस्था ना होने के कारण लाखों की संख्या में भारतीय दुबई में फंसे हुए थे ,फ्लाइटों का गमन यात्रियों के संख्या के अनुकूल नहीं था ।

उस समय भोजपुरिया परिवार द्वारा लिया गया यह निर्णय बेहद महत्वपूर्ण साबित हुआ जिसके जरिए सैकड़ो की संख्या में उत्तर प्रदेश और बिहार के प्रवासी मजदूर अपने वतन वापस जा सके।

इसी तरह से भोजपुरिया परिवार ने भारतीय दूतावास के साथ मिलकर हजारों की संख्या में भारतीयों का सकुशल घर वापसी कराया।

जहाँ एक तरफ अमीरात के खुरफकान व अजमान में फंसे सैकेंडो भारतीयों की सकुशल भारत वापसी कराया दूसरे तरफ भोजपुरिया परिवार ने कई निराश्रित भारतीयों का पार्थिक शरीर भी भारत भेज चुका है।

करोना वैश्विक महामारी का काल के पूर्व से ही 24/7 हर समय परिवार उन भारतीयों के लिए कार्य कर रहा है जो भारतीय रोजगार विहीन या किसी और कारण से संयुक्त अरब अमीरात के विभिन्न कोनों में फंसे हुए हैं ।
उन सभी लोगों को भोजन व दैनिक जीवन में उपयोग होने वाली वस्तुओं की उपलब्धता परिवार की प्रथम प्राथमिकता है ।

जब हम सांस्कृतिक क्षेत्र की ओर देखते हैं तो भोजपुरिया परिवार अग्रणी पंक्ति ने दिखाई देता है।
भोजपुरिया परिवार द्वारा समय-समय पर पर्व त्योहारों को दुबई की मरूभूमि बहुत ही सुंदर तरीके से संपादित किया जाता रहा है,चाहे वो होली हो दीपावली हो या पूर्वांचल में मशहूर छठ व्रत का त्यौहार ही क्यों ना हो।
इन सभी लोक पर्वो मनाने का परिवार को महारत हासिल है।

जहॉं भोजपुरिया परिवार यू ए ई का नाम आता है वहॉं
उन कर्म योगियों को नहीं भुलाया जाता जो निस्वार्थ भाव से समाज सेवा के इस पुनीत कार्य में लगे हुए हैं जिसमें विशाल चन्द्रा – सीवान, रंजन शुक्ला- बिहारी बुजुर्ग गुठनी सीवान व ई.गणेश प्रसाद- जालिम इचाक लातेहार झारखंड व जयप्रकाश यादव-देवरिया प्रमुख हैं।