आपदा में भी लूट : शव का चेहरा आखिरी बार दिखाने के लिए भी वसूल रहे पैसे

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देश में कोरोना का कहर जारी है लेकिन इस दौरान भी कुछ लोग मजबूरी का लाभ उठाने में लगे हैं। जहां एक तरफ इलाज के लिए लोगों को जूझना पड़ रहा है वहीं मरीज की मौत के बाद चेहरा दिखाने तक के लिए लोगों से पैसे लिए जा रहे हैं। एक-एक मरीज के परिजनों से कर्मचारी हजारों रुपये ऐंठ रहे हैं।

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खबरों के अनुसार कानपुर में मौत के बाद कंधा देने के लिए 500-500 रुपये और मुंह दिखाने के लिए 1 हजार रुपये ऐंठे जा रहे हैं।

शव को मोर्चरी से एंबुलेंस तक पहुंचाने के नाम पर भी 500 रुपये प्रति कर्मचारी की दर से मांग की जाती है। पैसे देने के बाद शव पर फूल माला चढ़ाने की अनुमति मिल जाती है।

इधर बिहार उत्तर-प्रदेश की सीमा पर गंगा नदी में कई शवों को बहा दिया गया। पूर्वांचल के गाजीपुर व बलिया जिले की सीमा में गंगा नदी में शवों के मिलने का सिलसिला मंगलवार को भी जारी रहा।

बिहार के बक्सर में मिले शव को लेकर बिहार और उत्तर प्रदेश के अधिकारियों के बीच जमकर आरोप-प्रत्यारोप भी देखने को मिला था। बक्सर में गंगा नदी से मिले 71 शवों को पोस्टमार्टम के बाद दफना दिया गया है।

देश के कई राज्यों में अस्पतालों में लगने वाली आग से भी कई मरीजों की मौत हो रही है। गुजरात के भावनगर में कोविड देखभाल केंद्र में तब्दील किए गए एक होटल में बुधवार तड़के आग लग गई।