नई दिल्ली। भारत में आज (2 जनवरी) से कोरोना वैक्सीन का ड्राई रन शुरू हो चुका है। इस बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने बड़ा ऐलान किया है।
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उन्होंने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि कोरोना वैक्सीन सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरे देश में हर भारतीय को मुफ्त लगाई जाएगी।
इसके लिए किसी से भी किसी भी तरह का शुल्क नहीं लिया जाएगा
देश में #CoronaVaccine की तैयारी पूरी है।अब #vaccination शुरू होने की तारीख़ की घोषणा से पहले तैयारियों को परखना ज़रूरी है। इसके लिए @MoHFW_INDIA आज से देश के 116 ज़िलों में 259 केंद्रों पर Dry Run कर रही है।
जानकारी के मुताबिक, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन सिंह कोरोना वैक्सीन के ड्राई रन का जायजा लेने के लिए दिल्ली के जीटीबी अस्पताल पहुंचे।
इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा, ‘सिर्फ दिल्ली ही नहीं, बल्कि देशभर में हर भारतीय को कोरोना वैक्सीन मुफ्त में लगाई जाएगी। मैं लोगों से अपील करता हूं कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें।’
क्या होता है ड्राईरन?
ड्राई रन के दौरान असली वैक्सीन की जगह किसी दूसरी दवा या खाली शीशियों को ठीक उसी तरह से ट्रांसपोर्ट करना होगा जैसे वैक्सीन को किया जाना है।
फिर उन दूसरी वैक्सीन या खाली शीशियों को अस्पतालों में वैसे ही कोल्ड स्टोर में रखा जाएगा जैसे असली वैक्सीन को किया जाना है।
वैक्सीन के ट्रांसपोर्टेशन से लेकर वैक्सीन लगाए जाने तक की सूचना को ऑनलाइन दर्ज करने के सिस्टम को परखा जाएगा।
बता दें कि इससे पहले चार राज्यों में वैक्सीन की तैयारियों का जायजा लेने के लिए ड्राई रन का आयोजन हुआ था।
इसे लेकर स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि 4 राज्यों में ड्राई रन के बाद प्राप्त फीडबैक को टीकाकरण के लिए दिशानिर्देशों में शामिल किया गया है।
सभी राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में आज के ड्राई रन को नए दिशानिर्देशों के अनुसार चलाया जा रहा है। इस दौरान असली टीका नहीं दिया जा रहा, बाकी हर प्रक्रिया का पालन किया जा रहा है।
बता दें कि देश को कोरोना वैक्सीन मिलने की औपचारिकता भर रह गई है। केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की कोरोना पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने ऑक्सफर्ड- एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन को के इमरजेंसी इस्तेमाल को मंजूरी देने की सिफारिश की है।
भारत में यह वैक्सीन कोविशील्ड के नाम से पुणे स्थित सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया लाने की तैयारी में है।
देश के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआइ) वीजी सोमानी जल्द ही इसके इस्तेमाल की इजाजत दे सकते हैं।