बिना फिटनेस के गोरखपुर के सड़कों पर दौड़ रही हैं 12000 से अधिक वाहन
गोरखपुर।
कुशीनगर में हुए हादसे के बाद अब गोरखपुर कि परिवहन विभाग हरकत में आई। गोरखपुर के जिम्मेदारों ने आनन फानन में आंकड़ों को खंगालना शुरू कर दिया है।आपको बताते चले कि 476 स्कूली वाहनों ने अपने को फिट बताया है।कुशीनगर घटना के बाद से देर शाम तक आधे दर्जन से अधिक स्कूली वाहन फिटनेस हासिल करने के लिए तमाम कोशिशें करते दिखे।गोरखपुर आरटीओ कार्यालय में तैनात इंस्पेक्टर ने बताया कि सिर्फ गोरखपुर जनपद में नवम्बर 2017 से मार्च 2018 तक 189 स्कूली बसों का फिटनेस किया गया है जबकि कुशीनगर जनपद के 94 स्कूली बसों का फिटनेस भी कराया गया है।अकेले गोरखपुर जनपद में ही सात हजार से अधिक स्कूली बसें रोजाना सड़कों पर दौड़ती हैं लेकिन फिटनेस लेने में उनकी कोई दिलचस्पी नहीं होती है।आपको बताते चले जबतक वाहन मालिक अपनी गाड़ियों के साथ खुद आरटीओ आफिस में नहीं आता हैं तब तक वाहन का फिटनेस प्रमाण नहीं मिलता।समय समय पर सभी गाड़ी मालिकों को इस संदर्भ में नोटिस भेजी भी जाती है।