नेशनल खिलाड़ी शिवम मिश्रा की घर वापसी के लिए मांग हुई तेज, अभी तक नहीं मिली मदद

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बस्ती। बस्ती जिले के बनकटी नगर पंचायत के बजहॉ गॉव के रहने वाले बैडमिंटन के नेशनल खिलाड़ी शिवम मिश्र इन दिनों इंडोनेशिया के एक ट्रेनिंग सेंटर में फंस गए हैं। ट्रेंनिग सेंटर उनसे करीब 4 लाख रुपये की मांग कर रहा है। शिवम के पिता किसान हैं उनका कहना कि उनके पास इतना पैसा नही है जिसे वो देकर बेटे का वापस बुला सकें।

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पिता ने बस्ती जनपद के कई विधायक और सांसद से मद्द की गुहार लगायी है। इसके साथ ही जिला प्रशासन से लेकर प्रधानमंत्री तक को पत्र लिखा लेकिन 3 महीने से ऊपर हो गए कोई मदद नहीं मिली। उनके पिता कृष्ण कुमार मिश्रा का कहना है कि उनका बेटा शिवम मिश्र बैडमिंटन की ट्रेनिंग के लिए एक महीने के लिए इंडोनेशिया गए थे लेकिन पिछले 4 महीने से इंडोनेशिया में ही फंसे हैं।

इंडोनेशिया का ट्रेनिंग सेंटर अब उनसे लाखों रुपये की मांग कर रहा है। जिसको देने में असमर्थ होने कारण वह अपने वतन नहीं लौट पा रहा हैं। एलआईसी एजेंट के रूप में कार्यरत पिता ने जिलाधिकारी से लेकर प्रधानमंत्री तक को लेटर लिखे लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। शिवम लॉकडाउन के पहले 15 मार्च को अपने खर्चे पर एक महीने की ट्रेनिंग लेने इंडोनेशिया गए थे। इसके लिए उन्होंने 1750 डॉलर (करीब 1 लाख 30 हजार रुपये) फीस के तौर पर दिए थे।

इसके बाद 25 मार्च से लगे लॉकडाउन में वह वहीं फंस गए। शिवम की परेशानी यह है कि प्रशिक्षण संस्थान अब उनसे करीब 4 लाख रुपये की मांग रहा है। प्रशिक्षण संस्थान का कहना है कि कोविड-19 की वजह से अगर शिवम उनके यहां रुका है तो उसे पूरी फीस चुकानी होगी। ट्रेनिंग सेंटर का कहना है कि पैसे चुकता करने के बाद ही शिवम की वतन वापसी हो सकेगी।

शिवम ने अपने परेशानी के बारे में परिवारवालों को बताया लेकिन परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक ना होने की वजह से पिता कृष्ण कुमार मिश्रा पैसा देने में असमर्थ हैं। बेटे को वापस लाने के लिए उन्होंने उन्होंने प्रशासन से लेकर विधायक और सांसद से मदद मांगी लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी अब तक उनकी कोई मदद नहीं हो सकी। शिवम के पिता ने बताया कि उनका बेटा बाबू बनारसी दास बैडमिंटन ट्रेनिंग सेंटर लखनऊ में ट्रेनिंग ले रहा है।

होनहार शिवम कम उम्र से ही अपनी खास पहचान बना चुका था। शिवम इंडोनेशिया, थाइलैंड, पुर्तगाल और नेपाल समेत कई देशों में भारत का नाम रोशन कर चुके हैं। लेकिन अब विदेश में जब वह फंस गए हैं तो कोई उसकी मदद नहीं कर रहा है। पड़ोसी गांव बाघापार के रहने वाले विनय अग्रहरी ने बताया कि हमने शिवम मिश्रा को वतन वापसी को लेकर सोशल मिडिया पर मुहिम छेड़ दिया है और जब तक सरकार या बस्ती प्रशासन शिवम के वतन वापसी का कोई ठोस कदम नहीं उठाती है तब तक हम इस इस अभियान के जरिए वतन वापसी की मांग जारी रखेंगे।