महराजगंज। फ़रवरी महीने में गायब कोल्हुई क्षेत्र की प्राईवेट स्कूल की शिक्षिका की सिद्धार्थनगर में हुई हत्या का खुलासा पुलिस ने कर दिया। जन्म जन्मांतर तक साथ देने का वायदा कर प्रेमी ने शिक्षिका को घर छोड़ने के लिए मजबूर किया।
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पत्नी के रूप में प्रेमिका से चार माह में ही दिल भर गया। वह कांटा की तरह चुभने लगी। इसके बाद प्रेमी ने ऐसी खौफनाक साजिश रचा जिसे सुन कर सभी का कलेजा कांप जाएगा।
प्रेमिका की हत्या के पहले प्रेमी ने अपने 21 जून को अपनी मां व बहन को कुरहवा खुर्द पहुंचा कर खुद नौगढ़ चला गया। रात में आठ बजे वापस आया। बेड के बगल मे रखे चाकू से उसके गर्दन पर दो वार किया। जिससे वह गिर कर तड़पने लगी। तबतक प्रेमी के पिता आ गए। वह युवती का गला तब तक दबाये रहे जब तक वह मर नही गयी।
इसके बाद रात के 11 बजे दो बोरा में शव को भर कर दोनों तरफ जांत के दो चकिया बांधकर अपने टैम्पू में लादकर खजुरी डाढ पुल पर ले गया। पुल से शव को नदी में फेक दिया।
हत्यारोपी शिवांश के पिता जयशंकर मिश्रा की निशानदेही पर हत्या में इस्तेमाल किये गए चाकू को पुलिस ने बरामद कर लिया है। खुलासे के बाद बुधवार को हत्यारोपी शिवांश मिश्रा व उसके पिता जयशंकर मिश्रा को कोल्हुई पुलिस ने जेल भेज दिया।
आपको बता दें कि कोल्हुई क्षेत्र की युवती 29 फरवरी को गायब हुई थी। सात मार्च को परिजनों की सूचना पर कोल्हुई पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज की थी। मामले की खुलासा होने के बाद कोल्हुई एसओ राम सहाय चौहान ने बताया कि इसी प्रकरण में युवती के पिता ने 27 जून को फिर से सूचना दिया था कि मेरी लड़की की टड़िया बाजार, सिद्धार्थनगर के शिवांश मिश्रा ने हत्या कर खजुरी डांढ़ पुल से राप्ती नदी में फेक दिया है।
इस सूचना पर कोल्हुई पुलिस ने मुकदम अपराध संख्या 158/20, धारा 302, 201 पंजीकृत कर छानबीन शुरू कर दी। विवेचना के दौरान बुधवार को थानाध्यक्ष कोल्हुई राम सहाय चौहान अपने हमराही कांस्टेबिल गिरजेश यादव, संतोष चौहान, विजय कुमार मौर्या के साथ हत्यारोपित शिवांश मिश्रा को जनपद सिद्धार्थनगर के थाना जोगिया उदयपुर थाना गेट से 50 मीटर की दूरी से पुलिस हिरासत में ले लिया। पूछताछ मे शिवांश ने अपना जुर्म स्वीकार किया ।
शिवांश ने कोल्हुई पुलिस को बताया कि प्रेम विवाह के बाद पत्नी परिवार से अलग होने का दबाव बना रही थी। मेरे मना करने पर मेरी मां व बहन को गन्दी गन्दी गाली देने लगी थी। यह देख मैं मन बना लिया कि इसे नहीं छोडूंगा। फिर मौका देख हत्या कर दिया।
इस संबंध में कोल्हुई एसओ राम सहाय चौहान ने बताया कि राप्ती नदी में पानी अधिक होने से शव बरामद नहीं हो पाया। जुर्म स्वीकार करने के बाद शिवांश व उसके पिता जयशंकर मिश्रा को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया गया।