गोरखपुर। स्वास्थ्य विभाग की छोटी सी लापरवाही से बेलघाट के निगेटिव युवक भी अब कोरोना पॉजिटिव हो गया है। उसे गलतफहमी में कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया था, वह अब कोरोना पॉजिटिव हो गया।
Advertisement
कल (संडे को) उसकी दोबारा जांच हुई जिसमें वह कोरोना पॉजिटिव पाया गया। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आते ही उसे टीबी अस्पताल में ही अलग कमरे में शिफ्ट कर दिया गया है।
क्या था मामला
गुरुवार को टीबी अस्पताल में क़वारन्टीन चार लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। मिलते- जुलते नाम के चलते एक निगेटिव व्यक्ति को मेडिकल कॉलेज के कोरोना वार्ड में भर्ती करा दिया गया था और पॉजिटिव टीबी अस्पताल के क्वॉरंटाइन सेंटर में ही रह गया था।
20 घंटे बाद जब स्वास्थ विभाग को अपनी चूक का अहसास हुआ तो निगेटिव को पुनः टीबी अस्पताल में क्वॉरंटाइन कराया गया और पॉजिटिव को मेडिकल कालेज के कोरोना वार्ड में भर्ती कराया गया।
स्वास्थ्य विभाग कहता रहा कि वहां संक्रमण का कोई खतरा नहीं है, क्योंकि हर व्यक्ति तीन-तीन मीटर की दूरी पर है।
कोरोना संक्रमितों के साथ एम्बुलेंस से मेडिकल कॉलेज तक गया था
जांच में निगेटिव युवक गुरुवार को न केवल 15 घंटे कोरोना वार्ड में भर्ती रहा बल्कि तीन संक्रमितों के साथ एंबुलेंस में बैठ कर वार्ड तक गया था। वह शुक्रवार की शाम को बीआरडी से वापस लौटा। इसके बाद से ही उसपर कोरोना संक्रमण का खतरा मंडरा रहा था।
आइसोलेशन वार्ड में भेजा गया युवक को इस खतरे को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग की टीम ने शनिवार को दोबारा उसका सैंपल जांच के लिए भेजा।
जांच रिपोर्ट आने के पहले वह व्यक्ति छह बेड कमरे में क्वारंटीन था। जांच रिपोर्ट आने के तत्काल बाद उसे तीन बेड वाले रूम में शिफ्ट कर दिया गया। सोमवार को उसे बीआरडी मेडिकल कालेज में शिफ्ट किया जाएगा।