भगवान को कोसते-कोसते टॉप कर गया UPSC की परीक्षा और बन गया IAS..
यूपीएससी 2018 की परीक्षा में दूसरा स्थान लाने वाले अक्षत जैन का कहना है कि किसी भी चीज को पाने के लिए “जान लगा दो या फिर जाने दो.” आज हम आपको अक्षत बारे में बताने जा रहे हैं कैसे 23 साल की उम्र में उन्होंने यूपीएससी की कठिन परीक्षा को न सिर्फ पास किया बल्कि दूसरा स्थान भी हासिल किया. उन्होंंने एक इंटरव्यू में अपने स्कूल टाइम के बारे में बताया कैसे स्कूल के आखिरी साल में वह मुश्किल दौर से गुजरे. आइए जानते हैं, उन्होंने अपने बारे में क्या बताया.
अक्षत का ये दूसरा प्रयास था. उन्होंने बताया कि 11वीं-12वीं के दो साल मेरी जिंदगी के सबसे कठिन साल थे. वहीं इन दो सालों में जो मैंने सीखा वही यूपीएससी के दूसरे प्रयास में अपनाया है. अक्षत ने बताया मैंने करियर के लिए आईआईटी को चुनने के लिए फैसला किया. जिसके बाद मैंने कोचिंग लेनी शुरू कर दी. उस समय टेस्ट में मेरे इतने अच्छे मार्क्स नहीं आते थे, वहीं धीरे-धीरे मुझे भी ये बात महसूस होने लगी कि कितनी भी मेहनत कर लूं रिजल्ट सही नहीं आ रहा है. जिसके बाद चिंता होने लगी. वहीं जब मेरे माता-पिता चिंतिंत होने लगे तो ये देखकर मुझे काफी दुख हुआ. वहीं दूसरी ओर मेरे रिजल्ट में कोई बदलाव नहीं आ रहा था. उस समय मन में ख्याल भी आया था क्या साइंस से कॉमर्स में स्विच कर लेना चाहिए?
अक्षत ने बताया कि हालत इतनी बुरी थी कि मैं जब सोने जाता था तो रोता था. क्योंकि मैं अपने परिवार की उम्मीदों पर खरा नहीं उतर पा रहा था. उस समय मैं भगवान को कोसता था. मैं भगवान से बात करता था. भगवान से बात करते-करते, उन्हें कोसते-कोसते मैं खुद को रोते-रोते सुला देता था. ये मेरी जिंदगी का सबसे मुश्किल वक्त था. उन्होंने कहा 12वीं में भी मुझमें कोई इंप्रूवमेंट नहीं आई, मैं जहां था वहीं रहा. मेरे पिताजी के सामने एक टीचर ने कहा था कि जिस तरह से तुम्हारी तैयारी चल रही है IIT में तुम्हारी रैंक 20,000 हजार के पार आएगी. ये वो पल था जैब मेरे पैरों के नीचे से जमीन खिसक गई थी.