छात्रसंघ बहाली को लेकर आए दिन गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्र आंदोलन करते रहते हैं। उसी सिलसिले में आज गोरखपुर विश्वविद्यालय के छात्रनेता अनिल दुबे ने प्रेसवार्ता की, जहां उन्होंने बताया कि छात्र संघ चुनाव कराने को लेकर हम सभी छात्र जल्द ही एक किलोमीटर का लंबा पत्र लिखकर कुलाधिपति को सौपेंगे। उन्होंने कहा कि भारत लोकतंत्र प्रधान देश है जिसमें किसान और गांव की अहमियत स्वतंत्रता से लेकर अब तक है किसानी मुल्क देश के लोकतंत्र की संपूर्ण शुरुआत छात्र संघ से ही होती है।
जिस प्रकार बिना सिंचाई के खेती असंभव है उसी प्रकार छात्र संघ के बिना लोकतंत्र कल्पना मात्र हैं परंतु वर्तमान समय काल छात्र संघ की अस्मिता के लिए भारत की स्वतंत्रता के लिए सबसे प्रतिकूलातमक भरा समय है वर्तमान शासन सत्ताधारी लोगों को एक भय बना हुआ है कि छात्र संघ के पक्ष में खड़ा होने से सभी राजनीतिक घराने डर रहे पर मैं शांत नहीं रह सकता छात्रलोकतंत्र के बारंबार किए जा रहे गर्भपात को देखकर कुछ रचनात्मक गतिविधि ही अपनानी पड़ेगी क्योंकि बुद्ध गांधी के वंशज होने के नाते हम हिंसात्मक रास्ते अपना नहीं सकते पर आजाद भगत सिंह बिस्मिल का खून शांत बैठने भी नहीं देखा।
उन्होंने कहा कि फिराक के शहर का युवा कलम का धार देकर तैयार है जिससे निकलने वाला हर शब्द शब्द नहीं बल्कि तीर होगा जो छात्र संघ विरोधी ताकतों की एक-एक मीनार पर जमीदोजद करने को काफी होगा उत्तर प्रदेश की राज्यपाल को हम 1 किलोमीटर लंबा पत्र जनवरी में लिखकर गोरखपुर से लखनऊ तक छात्र संघ लोकतंत्र की जरूरत रैली आयोजित कर माननीय कुलाधिपति महोदय को दिया जाएगा।