राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के बाद निषाद पार्टी की राजनीति गरमाती दिखा रही है. आज दोपहर में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर विधायक विजय मिश्र के निष्कासन का फैसला सुनाया तो वही देर शाम विधायक ने राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद पर हमला बोलते हुए उन्हें बहुत जल्द पार्टी से बाहर निकालने का ऐलान कर दिया।
मामले पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए विधायक विजय मिश्रा ने जल्द ही बैठक कर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष को पार्टी से निकालने की बात कही। पार्टी से निकाले जाने के सवाल पर विजय मिश्रा ने कहा कि पार्टी से किसी को निकालने का अधिकार महासचिव का है अध्यक्ष का नही। इसलिए संजय निषाद मुझे पार्टी से बाहर निकाल ही नहीं सकते। विधायक विजय ने ऐलान कर दिया है कि जल्द ही निषाद पार्टी के कार्यकर्ताओं की मीटिंग करने के बाद हम लोग निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय़ निषाद को ही बाहर का रास्ता दिखायेंगे।
मतदान से एक दिन पहले भी उन्होंने सपा नेता शिवपाल यादव ने मुलाकात कर बसपा के उम्मीदवार के पक्ष में मतदान करने के लिए कहा था। लेकिन शुक्रवार को मतदान हुआ तो विजय ने खुलेआम बीजेपी के उम्मीदवार के पक्ष में वोट किया। जिसके बाद शनिवार को निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने विजय मिश्र को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस बात से नाराज विधायक ने खुलेआम निषाद पार्टी को जल्द पार्टी से निकालने का ऐलान कर हर किसी को चौंका दिया है।
विजय मिश्रा ने कहा संजय निषाद ने परिवार के हित में पार्टी को बर्बाद कर दिया गोरखपुर सीट पर उपचुनाव में जीत दर्ज करने वाले प्रवीण निषाद संजय निषाद के बेटे हैं। सपा ने निषाद पार्टी के साथ गठबंधन कर बसपा के समर्थन से ही प्रवीण को मैदान में उतारा था। अब विजय मिश्रा ने संजय निषाद पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि पार्टी के अध्यक्ष ने अपने फायदे के लिए पार्टी को बर्बाद करने का काम किया है। इसलिए इन्हे अब पार्टी में रहने का कोई अधिकार नहीं है।
निषाद पार्टी में विजय की खासी पकड़
विजय मिश्रा अगर इसी बात पे कायम रहे तो निषाद पार्टी में बड़ी फूट सामने आ सकती है। पार्टी के कुछ करीबीयों की मानें तो साल भर में ही विधाय़क विजय मिश्रा की इस पार्टी में काफी पकड़ बना ली है। अगर इसी राह पर वो पार्टी अध्यक्ष को बाहर करने में जुट गये तो एक बार फिर निषाद पार्टी में बड़े टूट की संभावना बढ़ जायेगी