आगामी 19 मई को यानी सातवें चरण में गोरखपुर लोकसभा सीट के लिए मतदान डाले जाएंगे। सभी प्रत्याशी जनता को लुभाने के लिए और अपने पक्ष में वोट पाने के लिए हर मुमकिन प्रयास कर रहे हैं। बीजेपी का गढ़ कहे जाने वाला गोरखपुर सीट इस बार बीजेपी के लिए जीत पाना आसान नहीं है।
सूत्रों की मानें तो भाजपा के बाहरी प्रत्याशी रवि किशन के उतारने की वजह से अंदर ही अंदर कार्यकर्ताओं में रोष है। टिकट मिलने से पहले कार्यकर्ता आश लगाए हुए थे कि पार्टी, किसी जमीनी कार्यकर्ता या फिर मंदिर से जुड़े किसी व्यक्ति को बीजेपी टिकट देकर मैदान में उतारेगी मगर बीजेपी ने अभिनेता रविकिशन को टिकट दिया। वहीं गठबंधन प्रत्याशी रामभुआल निषाद का पलड़ा इस बार भारी दिख रहा है कारण ये बताया जा रहा है कि बीजेपी कार्यकर्ताओं में ही अंदर की नाराजगी और निषाद वोटरों का एक तरफ वोट।
आपको बता दें कि 2018 के उपचुनाव में गठबंधन के प्रत्याशी रहे प्रवीण निषाद ने योगी की सीट पर जीत दर्ज कर इतिहास रचा था मगर आम चुनाव से पहले ही प्रवीण निषाद और निषाद पार्टी ने बीजेपी का दामन थाम लिया जिसके बाद निषादों में ही इस फैसले का विरोध देखने को मिला। रामभुआल निषाद ने प्रवीण निषाद और संजय निषाद पर बड़ा आरोप लगाते हुए बोला था कि 50 करोड़ की डील के साथ निषाद पार्टी ने अपना वजूद बेच दिया और बीजेपी में शामिल हो गए।
बीजेपी भी इस बात को जानती है कि कहीं न कहीं अभी भी निषाद बीजेपी से दूरी बनाए हुए हैं और उन्हें मनाने के लिए बीजेपी भी लगातार प्रयास कर रही है। फिलहाल मौजूद हाल देखकर साफ लगता है कि रामभुआल इस समय रवि किशन पर भारी पड़ रहे हैं खैर इंतजार करिये 19 मई के जब गोरखपुर की जनता अपना मत करेगी और 23 मई का जब लोकसभा चुनाव का नतीजा घोषित होगा। उसी दिन पता चलेगा कि गोरखपुर सीट से जनता ने अपना सांसद किसे चुना…