खुद मीटर का वीडियो बनाएंगे तो ही जमा होगा बिजली बिल

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उपभोक्ताओं का बिजली का बिल बनवाने में निगम एक बार फिर फेल साबित हुआ है। शहर में ही आधा उपभोक्ताओं का बिजली का बिल नहीं बन सका है। शहर में उपभोक्ताओं की संख्या 168000 है। जिनका बना है उनमें से कई का बिल गड़बड़ आया है। अब इन उपभोक्ताओं को सरचार्ज से बचना है तो मीटर का वीडियो बनाकर बिजली निगम के कार्यालय में जाना होगा।

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वहां क्लर्क को वीडियो दिखाकर बिल बनवाना होगा, फिर रुपये जमा करने होंगे। गलत बिल बना तो रिवीजन कराना होगा। सितंबर 2018 में बिजली निगम ने नई मीटर रीडिंग एजेंसी से करार किया था। शुरू में दो महीने तो एजेंसी के कर्मचारी 30 फीसद भी उपभोक्ताओं का बिल नहीं बना पाए थे। बाद के महीनों में करीब 70 फीसद उपभोक्ताओं के बिल बने। अब फिर व्यवस्था पटरी से उतर चुकी है।

जिन घरों में युवा हैं वहां तो ठीक है लेकिन जहां बुजुर्ग हैं वहां दिक्कत हो रही है। एंड्रायड फोन न होने के कारण वीडियो बन नहीं पा रहा और बिल क्लर्क बिना वीडियो देखे बिल बनाने से मना कर दे रहे हैं।

चीफ इंजीनियर देवेंद्र सिंह ने कहा कि बिलिंग कंपनी को 100 फीसद सही बिलिंग के निर्देश दिए गए हैं। जिन उपभोक्ताओं के घर मीटर रीडर नहीं पहुंच रहे और उनका बिल बन जा रहा वह शिकायत करें, संबंधित के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बिजली निगम उपभोक्ताओं के हित में काम कर रहा है, उपभोक्ताओं को किसी भी हालत में परेशान नहीं होने दिया जाएगा।