सर्जिकल स्ट्राइक 2 पर पाकिस्तान के 7 झूठ

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पुलवामा हमले का बदला लेते हुए भारतीय सेना ने पाकिस्तान में घुसकर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों को तबाह किया है. मंगलवार तड़के वायुसेना की इस एयर स्ट्राइक में बालाकोट स्थिति जैश के सबसे बड़े कैंप को टारगेट किया गया है. पाकिस्तान ने खुद भारत की सैन्य कार्रवाई की जानकारी सबसे पहले दुनिया को दी लेकिन इसकी सच्चाई के बारे में नहीं बताया.

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पहला झूठ: पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने सबसे पहले सुबह 5 बजे इस एयर स्ट्राइक की जानकारी दी लेकिन झूठ बोला कि पाकिस्तान विमानों की जवाबी कार्रवाई के बाद भारतीय विमानों को उल्टे पैर लौटना पड़ा. सच यह है कि भारत ने वहां आतंकी ठिकानों को तबाह किया और उसके बाद प्लान के मुताबिक मिराज विमान अपनी सीमा में वापस लौटे.

दूसरा झूठ: पाकिस्तान की ओर से कहा गया कि विमानों ने इलाके में पेलोड गिराया, जबकि भारतीय वायु सेना के मिराज-2000 विमानों ने एक हजार किलो विस्फोटक से जैश के आतंकी ठिकानों को नेस्तानबूद कर दिया है.

तीसरा झूठ: पाकिस्तानी सेना की ओर से कहा गया कि इस कार्रवाई में कोई भी नुकसान नहीं हुआ है, जबकि इसके झूठे सबूत के तौर पर उनकी सेना ने जंगलों में टूटे पड़े पेड़ों की तस्वीर भी जारी की. लेकिन सच यह है कि इस एयर स्ट्राइक में आतंकी कैंप को भारी नुकसान हुआ है और इसमें 200 से ज्यादा आतंकियों के मारे जाने की आशंका है.

चौथा झूठ: पाकिस्तान की ओर से कहा कि गया कि भारतीय विमानों ने खाली जगहों पर विस्फोटक गिराया, जिससे जाम-माल की कोई हानि नहीं हुई. लेकिन सच यह है कि भारत ने योजना के तहत टारगेट किया है और उनके निशाने पर सिविलियन और सेना नहीं बल्कि बालाकोट स्थित जैश का टेरर कैंप था.

पांचवां झूठ: पाकिस्तान की ओर से कहा गया है कि भारतीय वायुसेना के विमान 3-4 मील तक पाकिस्तान सीमा में प्रवेश कर गए. लेकिन सच है कि हमारी वायुसेना पाकिस्तान में करीब 200 किलोमीटर तक अंदर घुसकर हमले के अंजाम देकर आई है. बालाकोट जहां यह एयर स्ट्राइक की गई है, वह इलाका राजधानी इस्लामाबाद से 160 किलोमीटर है.