गोरखपुर।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने अपना एक साल का कार्यकाल पूरा कर लिया है। इस दौरान सीएम योगी ने एक साल में करीब 50 दिन गोरखपुर के गोरक्षनाथ पीठ में गुजारे। फिलहाल उनके गोरखपुर दौरे के आंकड़े चौंकाने वाले हैं। कभी कन्या पूजन तो कभी जुलूस की अगुवाई, कभी खिचड़ी मेला तो कभी रात्रि प्रवास। कहने का अर्थ है कि योगी सीएम पद की जिम्मेदारी संभालने के साथ ही मठाधीश की भूमिका का भी बखूबी निर्वाहन करते दिखे हैं.
प्रदेश की बागडोर संभालने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ पहली बार 25 मार्च को गोरखपुर दौरे पर गए थे।जहां उन्होंने योगीराज बाबा गंभीरनाथ की पुण्यतिथि शताब्दी वर्ष समारोह के समापन के कार्यक्रम में शामिल होकर पीठाधीश्वर की भूमिका का निर्वहन किया था. इस दौरान उनके स्वागत के लिए गोरखपुर शहर को दुल्हन की तरह सजाया गया था. उसके बाद से यह सिलसिला ऐसा शरू हुआ जो आज तक जारी है।
सीएम योगी एक साल के भीतर करीब 50 दिन गोरखपुर में गुजार चुके है, जहां एक साल के भीतर सबसे ज्यादा वक्त 5 दिनों का दौरा रहा, जहां वे 3 सितंबर 2017 को ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ की 48वें और राष्ट्र संत ब्रह्मलीन महंत अवैद्यनाथ के तीसरे पुण्यतिथि के कार्यक्रम में शामिल हुए थे।आख़िरी बार योगी अभी उपचुनाव के प्रचार में आये थे जिसके बाद 11 मार्च को वोट डालने के बाद योगी लखनऊ रवाना हो गए।