सेहरा पहनने से पहले ही जवान हुआ शहीद, मंगेतर ने कहा ‘जिंदगी भर विधवा बनके रहूंगी’

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पुलवामा में सीआरपीएफ पर हुए आतंकी हमले में इस मां का इकलौता बेटा शहीद हो गया। जैसे ही शहादत की खबर घर पहुंची मां-बाप बदहवास हो गए, गांव भर में शोक की लहर दौड़ गई। शहीद की पहचान आनंदपुर साहिब में नूरपुरबेदी ब्लाक के गांव रौली निवासी कुलविंदर सिंह के रूप में हुई।

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कुलविंदर 28 साल के थे और इसी महीने 10 तारीख को अपने घर से ड्यूटी पर लौटे थे। कुलविंदर अपने मां-बाप का एकलौता बेटा था, जो अपने घर की गरीबी को दूर करने के लिए सेना में भर्ती हुआ था। बताया जा रहा है कि कुलविंदर के पिता ड्राइवरी करते थे। मां बीमार रहती हैं।

कुलविंदर अपने मां-बाप का सहारा बनने के लिए सेना में भर्ती हुआ था, लेकिन भगवान ने उनसे उनके बुढ़ापे का सहारा एक झटके में छीन लिया। अब दोनों बेबस लाचार हैं, लेकिन बेटे की शहादत पर उन्हें गर्व है। कुलविंदर की गांव लोदीपुर की रहने वाली लड़की से मंगनी हुई थी। लेकिन उसे क्या पता था कि शादी से पहले ही होने वाले पति को मौत अपने आगोश में ले लगी। शहादत की खबर से लड़की के परिवार में भी मातम पसरा हुआ है। लड़की का कहना है अब वो कहीं और शादी नहीं करेगी।