कांग्रेस के महाधिवेशन के आखिरी दिन पूर्व क्रिकेटर और पंजाब सरकार के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू ने अपने चिर-परिचित अंदाज में दिए गए भाषण से खूब तालियां बटोरी। अपने भाषण के दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनमोहन सिंह से माफी मांगी।
मनमोहन से माफी मांगते हुए सिद्धू ने कहा, ‘‘मुझे आपको पहचानने में 10 साल का समय लगा. मैं माफी मांगता हूं. मैंने गंगा नहा ली सर, आपके चरणों में सिर रखकर… आप सरदार हैं और असरदार भी.’’ पूर्व प्रधानमंत्री की तारीफ करते हुए सिद्धू ने कहा, ‘‘जो आपके मौन ने कर दिखाया, वो बीजेपी का शोर शराबा नहीं कर पाया, ये बात मुझे दस साल बाद समझ आई.’’
सिद्धू ने कहा, “कांग्रेस हारी होगी तो किसी नेता की वजह से, तुम्हारी (कार्यकर्ता) वजह से नहीं, तुम तो सिकंदर हो, तुम तो शेरों के शेर बब्बर शेर हो. तुम कभी एक्स नहीं होते, तुम यानी कार्यकर्ता.” पार्टी के 84वें महाधिवेशन में पेश आर्थिक प्रस्ताव पर बोलने के लिए ज्यादातर वक्ताओं को तीन मिनट का समय तय किया गया था, लेकिन सिद्धू मंच पर आए और बोले तो करीब 20 मिनट तक बोलते रहे. सिद्धू के पूरे संबोधन के दौरान कांग्रेस कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह देखने को मिला।