संदीप त्रिपाठी
गोरखपुर। लोकसभा चुनाव की तिथि जैसे-जैसे नजदीक आ रही है हर तरह के मोहरे चलने के लिए लोग तैयार बैठे हैं जहां नेता अपनी तरह से राजनैतिक बिसात बिछाने में लगे हुए हैं वहीं इससे सट्टा बाजार अछूता भी नहीं है।
सट्टा बाजार अभी भारतीय जनता पार्टी को बहुमत से दूर लेकिन NDA को सत्ता में ले जाता दिख रहा है। वहीं प्रियंका के आने से कुछ प्रभाव नजर नहीं आ रहा है भारतीय जनता पार्टी को जहां 10% स्वर्ण आरक्षण के साथ सर्जिकल स्ट्राइक का फायदा मिलता नजर आ रहा है वही कांग्रेस को कहीं कोई ज्यादा फायदा प्रियंका के लाने के बाद भी नजर नहीं आ रहा है।
महागठबंधन के बाद जिस तरह से विरोधी एकजुटता दिखा रहे हैं इसका नुकसान भी उन्हें भरपूर उठाना पड़ रहा है विरोधी एकजुटता को देखते हुए आम जनता मोदी के पक्ष में एक ताकत के साथ खड़ी होती नजर आ रही है।धर्मशाला बाजार स्थित एक बुकि ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि शायद महागठबंधन ना होता तो विरोधियों को कुछ ज्यादा ही जनता तवज्जो देती। वहीं बात अगर सट्टा बाजार की करें तो वह तो भारतीय जनता पार्टी के पक्ष में तो नही है लेकिन एनडीए को बहुमत की तरफ ले जा रही है। महागठबंधन पर दांव लगाने में लोग हिचक रहे हैं जो इस बात का प्रमाण है कि प्रियंका के आने के बाद भी बहुत ज्यादा प्रभाव नजर होता नहीं दिख रहा है।