लोकसभा 2019 चुनाव में गठबंधन में बस्ती लोकसभा की सीट जन अधिकार पार्टी के खाते में दिए जाने से नाराज कोंग्रेस कार्यकर्ताओं का सब्र टूट गया। राष्ट्रीय सचिव एवं पूर्वांचल के सह प्रभारी सचिन नाइक के सीट बदले जाने से इनकार करने पर आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने उन्हें बंधक बना लिया और जमकर हंगामा मचाया।
बस्ती की सीट समझौते में 15 दिन पहले बाबू सिंह कुशवाहा की पार्टी जन अधिकार को दिए जाने का एलान होने पर कांग्रेसियों ने विरोध जताया था। पूर्वांचल प्रभारी प्रियंका के विचार करने के आश्वासन पर कार्यकर्ता शांत हो गए। पूर्वांचल सह प्रभारी को अपने बीच पाकर कार्यकर्ता काफी उत्साहित थे। जैसे ही मीटिंग शुरू हुई कार्यकर्ताओं ने आवाज उठाई कि बस्ती संसदीय सीट समझौते में न दी जाए। यहां कांग्रेसियों ने चुनाव के दृष्टिगत खूब मेहनत की है। इस पर राष्ट्रीय सचिव ने कहा,नेतृत्व का जो निर्णय हो चुका है। सभी को मानना पड़ेगा। इस पर कार्यकर्ता शोर करने लगे।
नाइक ने तल्ख आवाज में कार्यकर्ताओं काे डांटते हुए कहा, जिन्हें पार्टी नेतृत्व का निर्णय समझ में न आए वे बैठक से बाहर जा सकते हैं। इसके बाद वहां हंगामा शुरू हो गया। स्थिति बिगड़ता देख कुछ कांग्रेसी नाइक को जिलाध्यक्ष के कक्ष में लेकर गए। बाहर घेराबंदी कर कार्यकर्ता वापस जाओ का नारा लगा रहे थे। जिलाध्यक्ष वीरेंद्र प्रताप पांडेय, पूर्व विधायक अंबिका सिंह, राम भवन शुक्ल, देवेंद्र श्रीवास्तव, प्रेम शंकर द्विवेदी ने किसी तरह कार्यकर्ताओं को शांत किया। एक घंटे बाद कार्यकर्ता शांत हुए तब जाकर राष्ट्रीय सचिव को बाहर निकाला गया। वह यहां संतकबीरनगर जनपद के लिए रवाना हो गए।