Home न्यूज़ शहीदों की याद में बनाया ग्यारह किलोमीटर का तिरंगा

शहीदों की याद में बनाया ग्यारह किलोमीटर का तिरंगा

गोरखपुर।

गोरखपुर एक विश्व रिकार्ड बनाने की दहलीज पर है। यहां 11 किमी लंबा तिरंगा बनकर तैयार है। इसका वजन आठ कुंतल है। सूरत से आए दो दर्जियों ने 43 दिन तक लगातार सिलाई मशीनें चला कर इसे तैयार किया है। इसके लिए सूरत से ही माइक्रो कॉटन मंगाया गया था। इस तिरंगे की रथयात्रा भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव के शहादत दिवस पर निकलेगी।
इंजीनियर की नौकरी छोड़ कर हिन्दू चेतना मंच का गठन करने वाले रघुवंश हिन्दू इस बड़े आयोजन की तैयारी में जी-जान से जुटे हैं। उन्होंने हिन्दुस्तान से कहा,भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव जैसे तमाम क्रांतिकारियों ने प्राण देकर आजादी के संघर्ष को जन-जन तक पहुंचाया। लेकिन सरकारों ने उनकी शहादत को संवैधानिक दर्जा नहीं दिया। हम इसकी मांग करते हुए विश्व का सबसे लंबा तिरंगा गोरखपुर में प्रदर्शित करेंगे।
हिन्दू चेतना मंच इस ऐतिहासिक तिरंगा यात्रा का आयोजन करने जा रहा है। मंच भगत सिंह, राजगुरु एवं सुखदेव के शहादत दिवस 23 मार्च को विश्व के सबसे लम्बे तिरंगे की रथ यात्रा निकालेगा। आजाद चौक पर भारत माता की आरती होगी। भगत सिंह की शहादत को इस साल 87 वर्ष पूरे हुए हैं। इस स्मृति में 87 महिलाएं तिरंगी पोशाक में आरती करेंगी। इसके बाद तिरंगा रथ यात्रा पूर्वांचल के सभी जिलों में जाएगी। जहां शहादत को संवैधानिक दर्जा दिलाने के लिए 11 लाख हस्ताक्षर जुटाए जाएंगे। अंतत: यह हस्ताक्षर पत्र प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को सौंपा जाएगा। तिरंगा यात्रा की तिथि के सिवा पूरी रूपरेखा तैयार है। यात्रा 11 किमी लम्बी होगी। इसमें 11,000 लोग शामिल होंगे। हर किलोमीटर पर एक मंच बनेगा। इस तरह कुल 12 मंच बनेंगे। इन मंचों पर देशभक्ति से जुड़े सांस्कृतिक आयोजन होंगे।

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