गोरखपुर। जनपद के मुख्यालय पर परिवहन माफिया पूरी तरह से सक्रिय हैं लेकिन प्रशासन इसकी कोई खबर नहीं ले रहा है आए दिन डग्गामार बसों पर परिवहन माफिया खुद खड़े होकर सवारियां बैठाते हैं और जबरजस्ती अपनी गाड़ियों को संचालित करवाते हैं।
हालांकि राष्ट्रीय राजमार्गों पर प्राइवेट बसों को सवारी परमिट नहीं मिलता फिर भी यह प्राइवेट बसें धड़ल्ले से राष्ट्रीय राजमार्गों पर ही सवारी भर के संचालित हो रही हैं।
कचहरी बस स्टेशन के निर्माण कार्य प्रगति पर होने की वजह से अब बसें पैडलेगंज चौराहे पर लगती हैं बसों के ठीक सामने परिवहन माफिया डग्गामार बसें खड़ी करके सवारी भर रहे हैं और बगल में ही पैडलेगंज पुलिस चौकी भी है फिर भी इन पर कोई नकेल नहीं कहीं जा रही है पैडलेगंज से ढाई सौ से तिन सौ मीटर की दूरी पर आरटीओ विभाग है आए दिन इसी रास्ते आरटीओ का आना जाना भी लगा रहता है लेकिन विभाग इसकी कोई सुध नहीं ले रहा है
भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के तुरंत बाद जिले में परिवहन माफियाओं की सूची प्रकाशित की गई थी लेकिन आज तक उनमें से एक भी परिवहन माफियाओं पर कार्रवाई नहीं हो सकी और यह परिवहन माफिया धड़ल्ले से रोडवेज की बसों के आगे अपनी डग्गामार बसें खड़ी करके सवारियां लोड कर रहे हैं आए दिन ऐसा सुबह से शाम तक देखने को मिल रहा है।