2017 में यूपी विधानसभा चुनाव में बीजेपी को जीत मिलने के बाद योगी आदित्यनाथ को सूबे के मुखिया बनाया गया था और मुख्यमंत्री बनते ही योगी आदित्यनाथ ने प्रधानमंत्री मोदी के तर्ज पर बोला था कि यूपी को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे पर क्या वाकई यूपी भ्रष्टाचार मुक्त बना?
सवाल तो खड़ा होगा ही क्योंकि योगी के ही एक विधायक ने अपने सरकार को कठघरे में खड़ा किया हैं।असल में आगरा शहर से बीजेपी के विधायक जगन प्रसाद ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर नगर निगम में हुए भ्रष्टाचार के बारे में अवगत कराया हैं।
भाजपा विधायक ने पत्र में आगरा नगर निगम में अधिकारियों की कमीशनखोरी का जिक्र करते हुए गंभीर आरोप लगाए हैं विधायक ने पत्र सीएम योगी के साथ डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा,शहरी विकास मंत्री सुरेश खन्ना और राज्यपाल राम नाईक को भी भेजा है।4 मई को लिखे गए पत्र में विधायक ने मंत्री को संबोधित करते हुए लिखा है नगर निगम के अधिकारी किस तरह से कमीशन ले रहे हैं उन्होंने अलग-अलग अधिकारियों के कमीशन का हिस्सा भी विस्तार से बताया है कि आगरा नगर निगम में कमीशनखोरी 15% से बढ़ाकर 27% कर दी गई है।विधायक जगन प्रसाद गर्ग अपने पत्र में कमीशन का ब्यौरा देते हुए लिखा है कि ऐसा होने से निर्माण कार्य गुड़वत्ता से नहीं हो रहे जिसके कारण ठेकेदार बहुत परेशान है।