भतीजा मेरे उप-चुनाव में दिए समर्थन को ना भुलाना:-बुआ
आयुष द्विवेदी
गोरखपुर।
यूपी में उपचुनाव खत्म हो चुके हैं और परिणाम भी आ चुके है।गोरखपुर और फूलपुर में हुए उपचुनाव में जहां सपा ने जीत दर्ज की तो इस जीत में यह समझना जरूरी होगा कि इसमें बसपा के योगदान काफ़ी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि खुद सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने भी माना कि बसपा का रोल यूपी उपचुनाव में काफी अहम था।खैर,अब बारी बसपा की है, क्योंकि बसपा ने सपा को शर्तो पर ही समर्थन दिया था।अब आलम यह हो गया है कि बहन मायावती अखिलेश यादव से 10 खाटी समाजवादी पार्टी के वोट मांग रही है,जो क्रॉस वोटिंग ना कर सके।लेकिन दिक्कत यह है कि अगर समाजवादी पार्टी अपने 10 विश्वसनीय विधायक अगर बसपा को दे दिए,तो उसके अपने उम्मीदवार जया बच्चन के लिए मुश्किल हो जाएगी।
बसपा का कहना है कि हमने तो अपना फर्ज निभा दिया,अब बारी समाजवादियो की है,लेकिन समाजवादी पार्टी से मुसबित टलने का नाम नहीं ले रहा है क्योंकि उसके टोटल 47 विधायको में से नरेश अग्रवाल जो कि अब बीजेपी में शामिल हो चुके हैं तो उनके बेटे का वोट भी उम्मीद हैं कि बीजेपी के पक्ष में ही चला जाए।सपा को निषाद पार्टी के बिजय मिश्रा से उम्मीद थी, लेकिन उन्होंने खुलेआम यह कह दिया की उनका समर्थन बीजेपी को ही जायेगा।अब उपचुनाव में जहाँ सपा-बसपा के गठजोड़ को जहां पुरे देश में विपक्ष को मजबूत होने का उम्मीद जगा दी थी, तो वही यह भी आशंका जताई जा रही है कि अगर मायावती के कैंडिडेट राज्यसभा में हार गए तो गठबंधन अधर में लटक सकता है। खैर अब ये तो आने वाले समय मे देखना दिलचस्प होगा कि बुआ-भतीजे का मेल बना रहेगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो फिर यूपी के राजनीति में भूचाल देखने को मिलेगा।