गोरखपुर की राजनीति में रोज उथल पुथल देखने को मिल रहा है। पिछले दिनों जब नाटकीय रूप से निषाद पार्टी ने सपा बसपा गठबंधन से अलग होकर योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की तो राजनीतिक गलियारों में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया। हालांकि सूत्र बताते हैं कि अभी तक भाजपा में भी निषाद पार्टी की बात जम नहीं पाई है।
सूत्र बताते हैं कि निषाद पार्टी भाजपा के साथ गठबंधन करना चाहती है और निषाद पार्टी के बैनर पर कम से कम दो प्रत्याशी उतारना चाहती है, जबकि भाजपा सिर्फ एक सिर्फ देने को राजी है, वह भी भाजपा के सिंबल पर। इसलिए जब बात नहीं बन पाई तो संजय निषाद अमित शाह से मिलने पहुंचे हालांकि वहां भी अभी तक बात नहीं बन पाई है।
इस सब के बाद निषाद पार्टी ने आज एक प्रेस रिलीज जारी कर अपने कार्यकर्ताओं और मीडिया को बताया कि फिलहाल उन्होंने भाजपा के सामने तीन शर्ते रखी हैं। अगर भाजपा तीनों शर्तों को मान लेती है तो भाजपा के साथ मिलकर निषाद पार्टी 2019 लोकसभा चुनाव लड़ेगी।