नहीं रहे हिंदी साहित्य के आलोचक “नामवर सिंह”
हिंदी साहित्य के आलोचक और और साहित्यकार नामवर सिंह का 93 वर्ष की आयु में निधन हो गया । मंगलवार की रात में इन्होंने अंतिम सांस लिया ।हिंदी जगत के इस अद्वितीय साहित्यकार लंबे समय से एम्स में भर्ती थे जिनके निधन की खबर सुन कर हिंदी साहित्यप्रेमियों में मातम छा गया है । आपको बता दें कि शलाका सम्मान साहित्य अकादमी सम्मान के अलावा अन्य कई सम्मानों से विभूषित किया गया है ।
इनकी कविताओं ने युवाओं के दिल और दिमाग में अमिट छाप छोड़ने का प्रयास किया है ।
इनकी कुछ प्रमुख कविताएं है , जो जीवन को एक नई दिशा दी है ।
विज़न गिरिपथ पर चटकती
पारदर्शी निल जल में
धुँधुवाता अलाव
आज तुम्हारे जन्मदिवस में
ये सभी कविता मानव जाति के लिए एक प्रेरणा का माध्यम बन गयी है।
मंगलवार की रात में निधन के बाद कल प्रेमचंद पार्क में श्रद्धाजंलि सभा का आयोजन किया गया था जिसमे सम्मिलित होकर लोगों ने 2 मिनट का मौन रखकर आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की ।