देवरिया: जिला कारागार देवरिया में बंद कैदी और बंदी भूख हड़ताल पर चले गए हैं। वे खाना खराब होने और जेल प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगा रहे हैं। हलांकि जेल अधीक्षक दिलीप कुमार पाण्डेय ने भूख हड़ताल की बात नकारते हुए कहा कि कुछ कैदी नाराज थे उन्हें मना लिया गया है।
जिला कारागार में देवरिया के अलावा कुशीनगर समेत दूसरे जिलों के लगभग 17 सौ कैदी और बंदी बंद है। जेल प्रशासन पर उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए मंगलवार को कैदियों ने भूख हड़ताल शुरु कर दी। उनका आरोप है कि जेल में खाना ठीक नहीं दिया जा रहा है। यही नहीं जेल प्रशासन बंदियों के लिए परिजनों द्वारा लाए जा रहे साबुन, ब्रस, मंजन आदि जब्त कर ले रहा है और अपने स्तर से जेल में इन सामानों की मनमाने दाम पर बिक्री करा रहा है। यही नहीं जेल का कैंटिन भी बंद कर दिया गया है।
पहले भी भोजन को लेकर हो चुकी है भूख हड़ताल
जिला कारागार में पहले भी भूख हड़ताल हो चुकी है। कुछ वर्ष पूर्व जेल का कैदी सतीश सिंह जिला कारागार में मिल रहे मानक विहीन भोजन को लेकर एडीजे कोर्ट में पहुंच गया था। इसे लेकर बड़ा विवाद हुआ था। इसके बाद जेल में बंदियों ने भूख हड़ताल कर दिया था। इसकी जांच के लिए तत्कालीन डीएम ने एडीएम के नेतृत्व में टीम को गठन किया था।
कैदियों के भूख हड़ताल की बात गलत है। कोई कैदी अथवा बंदी भूख हड़ताल पर नही है। जेल के बंदी कुछ नाराज थे, उन्हें मना लिया गया है। सभी को खाना खिलाया जा रहा है।
दिलीप कुमार पाण्डेय, जेल अधीक्षक