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दवा व्यापारी हत्या का खुलासा, परिजनों ने पुलिस के खुलासे पर उठाये सवाल

महराजगंज: महराजगंज जनपद के श्यामदेउरवां थाना क्षेत्र के पचदेउरी निवासी दवा व्यापारी रामसकल की 9 अप्रैल की रात हत्या हुई थी। इस मामले में पुलिस ने रविवार को तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। साथ ही दो देशी तमंचा,कारतूस , 11 मोबाइल भी बरामद हुआ।

रविवार को एसपी रोहित सिंह सजवान ने मामले का खुलासा करते हुए बताया कि मुखबिर से सूचना मिली कि रामसकल को मारने वाले और उनसे लूट करने वाले तीन आरोपी एक बाइक से सामान लेकर परतावल बाजार में सामान को बेचने जा रहे हैं।सूचना पर पुलिस ने विश्वास किया।

कुछ देर बाद एक बाइक कप्तानगंज की ओर से आती दिखाई दी। इस बाइक पर तीन युवक सवार थे। पुलिस को देख यह तीनों भागने की कोशिश की। लेकिन पुलिस टीम ने तीन को पकड लिया। पुछताछ में एक आरोपी ने अपना नाम राकेश तिवारी निवासी मुजहना थाना अहिरौली कुशीनगर बताया। तलाशी लेने पर एक खोखला पाइप एक मोबाइल व पांच सौ रूपया बरामद हुआ। दूसरे ने सत्यम मणि पांडेय निवासी बेलवा उर्फ बैरिया थाना अहिरौली कुशीनगर बताया जिसके पास से 11 मोबाइल एक कट्टा व जिंदा कारतूस 400 रूपया नगद बरामद हुआ,तीसरे आरोपी ने अपना नाम अखिलेश सिंह निवासी सुमहाटार थाना अहिरैली जनपद कुशीनगर बताया तलाशी के बाद एक कट्टा, जिंदा कारतूस व 600 रूपया नगद बरामद हुआ।

पुलिस के इस खुलासे पर आरोपी के परिजनों ने सवाल खड़े कर दिए हैं किए, परिजनों का आरोप है कि पुलिस बेकसूर को आरोपी बना दी। रामसकल के पिता कहना है कि पुलिस लड़कों को उठाने के बाद कह रही है पक्ष में बयान दे दीजिए , हमने देखा ही नहीं तो पक्ष में कैसे बयान दे।

वहीं पत्नी का कहना है कि मेरे पति को मारने वाले यदि लुटेरे हैं तो मेरे पति के गले में सोने की माला अंगुली में सोने कीअंगूठी पर्स में पैसे एवं नई स्कूटी क्यों छोड़ गए।

वहीं ग्रामीण महिलाओं ने पुलिस द्वारा हत्या का खुलासा करने पर आपत्ति जताई और कहा कि यह खुलासा सरासर झूठ है पुलिस मामले को दबा रही है और असल हत्यारे को छुपा रही है अगर असल हत्यारे का खुलासा नहीं हुआ तो हम लोग चुनाव का बहिष्कार कर देंगे।

आरोपी सत्यम मणि के पिता सुरेंद्र और माता संजना पांडे पुलिस की करतूत से सन्न है। वह डरे हुए हैं। उनका आरोप है कि करीब पांच दिन पहले क्राईम ब्रांच से किसी का फोन आया तो बेटे को भेजा, लेकिन वह वापस नहीं लौटा। रविवार को पता चला की बेटे को हत्यारोपी बना दिया गया है। घटना के दिन बेटा घर पर मौजूद था। उन्होने बताया कि सत्यम कक्षा 12 का छात्र है। उसके खिलाफ इसके पहले कोई केस भी नहीं दर्ज है।

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