पुलिस सहायता केंद्र पर एक भी पुलिसकर्मी नहीं रहने से स्थानीय लोगों को जाम खुलवाते देखा गया।करीब एक घंटे बाद उरुवा थाने से पुलिस पहुंची तो लोगों को तीन घंटे बाद जाम से निजात मिला।
इस दौरान उरुवा-सिकरीगंज, उरुवा-गोला, उरुवा-माल्हनपार और उरुवा-धुरियापार मार्ग पर वाहनों की लंबी कतार लग गई।जिससे स्कूली विद्यार्थियों व राहगीरों को काफी मशक्कत करने के बाद जाम दोपहर 1:30 से 4:45 पर खुला।
हद तो तब हो गई जब एक गर्भवती महिला को 108 एम्बुलेंस में अस्पताल जाने के लिए उरुवा चौराहे पर तीन घंटे तड़पते देखा गया।उरुवा पुलिस को जब जाम की सूचना मिली तब मौके पर पहुंची और उसे स्थानीय लोगों की मदद से जाम खुलवाया।करीब तीन घंटे बाद जाम खुला तो एम्बुलेंस को रास्ता मिला।
जाम में फंसे लोगों का कहना है कि जब से उरुवा चौराहे के मोड़ पर पुलिस सहायता केंद्र का निर्माण कराया गया है, तबसे जाम की समस्या और विकराल हो गई है।भारी वाहन मोड़ पर फंस जाते हैं जिससे लोगों को आए दिन घंटों जाम से जूझना पड़ता है।इसके अलावा ठेले, खोमचे, स्थानीय दुकानदारों व सवारी वाहनों ने सड़क की पटरियों पर कब्जा जमा लिया है।बची खुची जगह पर बेतरतीब ढंग से बाइक खड़ी रहती है।
लोगों ने उरुवा चौराहे के मेन मोड़ से पुलिस सहायता केंद्र कहीं अन्यत्र लगवाने की मांग की है।लोगों का यहां तक कहना है कि जब उरुवा चौराहे से थाना महज 150 सौ मीटर की दूरी पर है तो यहां पुलिस सहायता केंद्र खोलने का कोई औचित्य ही नहीं था।
इस संबंध में एसडीएम गोला अरुण कुमार सिंह का कहना है कि समय-समय पर अभियान चलाकर अतिक्रमणकारियों के विरुद्ध कार्रवाई की जाती है।यदि उरुवा में इस तरह की समस्या है तो जल्द ही अभियान चलाकर कार्रवाई की जाएगी।
फोटो- उरुवा चौराहे पर करीब तीन घंटा जाम में फंसी रही एम्बुलेंस, राहगीरों ने भी उठाई सांसत-