खुद अपने विधायकों की नहीं सुनते योगी,राजनीति छोड़ने की देते हैं सलाह: भाजपा विधायक
देवरिया।
भाजपा सरकार अधिकारियों पर मेहरबान है और जनप्रतिनिधियों प्रति उदासीन। इस वजह से अधिकारी बेलगाम होते रहें है। खुद भाजपा विधायकों की कहीं कोई सुनवाई नहीं है। ऐसे में विधायक को वोट देने वाला जब विधायक पास अपनी फरियाद लेकर जाता है तो विधायक हाथ खड़े कर देते हैं।यह आरोप खुद बरहज के भाजपा विधायक सुरेश तिवारी लगाएं।
ताजा मामला देवरिया जिला के बरहज विधानसभा के विधायक सुरेश तिवारी का है जिन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि यह विधायकों की नहीं सुनते हैं और अधिकारियों की शिकायत करने पर बोलते हैं कि राजनीति छोड़ दो।
विधायक ने सरेआम मीडिया के सामने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भ्रष्ट अफसरों को तवज्जो दे रहे हैं और शिकायत करने पर राजनीति छोड़ने की सलाह देते है।
देवरिया जनपद के बरहज विधानसभा से बीजेपी विधायक सुरेश तिवारी ने कहा कि उत्तर प्रदेश में विधायकों का कुछ नहीं चलता है। कलेक्टर को बार-बार फोन करते हैं, लेकिन वो फोन नहीं उठाते हैं। इस बात की जानकारी पार्टी के जिलाध्यक्ष समेत अन्य पार्टी पदाधिकारियों को है। अगर किसी प्रशासनिक अधिकारी की शिकायत आगे करते हैं तो वहां भी हमारी बात नहीं सुनी जाती है।
साथ ही बताया कि दो दिन पहले प्रदेश के 35 IAS अधिकारियों का ट्रांसफर किया गया है, लेकिन देवरिया के कलेक्टर और CDO का ट्रांसफर नहीं किया गया है। मैंने इस बाबत सीएम योगी आदित्यनाथ को कई बार चिट्ठी लिखी है, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। विधायक सुरेश तिवारी ने देवरिया के तमाम प्रशासनिक अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि जब मैंने मुख्यमंत्री से मिलकर इसकी शिकायत की तो उन्होंने कहा कि राजनीति छोड़ दो। मैंने भी उनसे कहा, आप मेरा रिजाइन ले लो।