किसानों की आय दोगुनी करने के विषय पर राष्ट्रीय सम्मेलन

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राष्ट्रीय कृषि विज्ञान परिसर, पूसा, नई दिल्ली में “कृषि 2022 – किसानों की आय दोगुनी करने” के विषय पर एक राष्ट्रीय सम्मेलन का शुभारंभ सोमवार को कृषि मंत्री ने किया। पहले दिन सम्मेलन में हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल, नीति आयोग के उपाध्‍यक्ष, कृषि और किसान कल्याण राज्‍यमंत्रियों ने हिस्सा लिया। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी समापन सत्र में सम्मेलन में शामिल होंगे।

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आज़ादी के इतने सालों बाद भी किसानों के खेतों तक पानी नहीं पहुंच पाया हैं,जब प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के जेहन में ये बातें आती हैं तो पीएम व्यथित हो उठते हैं। शायद इसलिये 2014 में सत्ता में आने के साथ ही पीएम मोदी गांव,गरीब,किसान और खेत खलिहान की बात करते हैं। और सिर्फ बात नहीं करते बल्कि किसानों के हितों की रक्षा के लिये योजनायें बनाते हैं और उसे अमलीजामा पहनाने के लिये दिन रात परिश्रम भी करते हैं। पीएम के सपनों को साकार करने और किसानों की आय दोगुनी कैसे हो ,इन संभावनाओं का पता लगाने के लिये दिल्ली में दो दिवसीय राष्ट्रीय सेमिनार का आयोजन किया गया,जिसका शुभारंभ केन्द्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह और हिमाचल प्रदेश के राज्यपाल आचार्य देवब्रत ने किया। बाइट- राधामोहन सिंह,कृषि सेमिनार में दो दिनों तक देश भर से आये 300 कृषि वैज्ञानिक और अधिकारी अपना संस्मरण साझा करेंगे,वहीं मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी सेमिनार के समापन सत्र में शिरकत करेंगे।

सम्मेलन के लिए सात व्यापक विषयों की पहचान की गई है। जिसमें किसानों, किसान संगठनों,वैज्ञानिकों, अर्थशास्‍त्रियों, शिक्षाविदों, व्यापार उद्योग, व्यावसायिक संगठनों, गैर-सरकारी संगठनों, नीति निर्माताओं और अधिकारियों जैसे वि‍भिन्‍न प्रतिभागियों को विभिन्न विषयों पर अपने सुझाव देने के लिए कहा गया ताकि इन मुद्दों को कई पहलुओं से जांचा और परखा जा सके तथा इनपर व्‍यापक सुझाव एकत्र किए जा सकें। सम्‍मेलन में कृषि, बागवानी, पशुपालन, डेयरी और मत्स्य पालन, और सहकारिता सहित विभिन्न क्षेत्रों के वरिष्ठ अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है क्‍योंकि उनके सुझाव राष्ट्रीय और राज्य स्तर की नीतियों और कार्यक्रमों के समन्‍वय में महत्‍वपूर्ण होंगे।

अभी हाल ही में केन्द्र सरकार ने बजट में भी किसानों के लिये समर्थन मूल्य डेढ़ गुना करने का वायदा किया है। वायदे को सरज़मीं पर उतारने के लिये और चिंताओं को दूर करने के तौर तरीकों पर भी सम्मेलन में चर्चा होने की संभावना है।