उत्तर प्रदेश: पहले दुष्कर्म उसके बाद आग के हवाले की गई उन्नाव दुष्कर्म पीड़िता ने शुक्रवार देर रात को यहां सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। पीड़िता को लखनऊ से एयरलिफ्ट करके दिल्ली लाया गया।
अस्पताल के ‘बर्न एवं प्लास्टिक सर्जरी’ विभाग के प्रमुख डॉ. शलभ कुमार ने बताया कि तमाम कोशिशों के बावजूद पीड़िता को बचाया नहीं जा सका। इधर, घटना को लेकर सियासत भी गरमा गई है। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने यूपी सरकार को पीड़िता की मौत का जिम्मेदार बताया है। वहीं पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि पीड़िता की मौत गंभीर रूप से जलने के कारण हुई है।
दम घुटने से नहीं हुई मौत
सफदरजंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुनील गुप्ता ने शनिवार को पीड़िता के पोस्टमार्टम रिपोर्ट का खुलासा करते हुए कहा कि पोस्टमार्टम के दौरान पीड़िता के शरीर पर जहर और दम घुटने का कोई संकेत नहीं मिला है। ऑटोप्सी से पता चलता है कि पीड़ित की मौत व्यापक रूप से जलने के कारण हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि शव का परीक्षण शनिवार को सुबह किया गया।
विपक्ष ने योगी सरकार पर लगाया आरोप
दुष्कर्म पीड़िता की मौत पर विपक्ष के नेताओं ने योगी सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं ने सरकार से जल्द इंसाफ दिए जाने की मांग की है। राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव विधान भवन के सामने दो मिनट का मौन रख धरने पर बैठ गए हैं। वहीं बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा है कि केंद्र सरकार ऐसी घटनाओं के दोषियों को निर्धारित समय के भीतर फांसी की सख्त सजा दिलाने का कानून बनाए। राज्य सरकारों को चाहिए कि वे लोगों में कानून का खौफ पैदा करें। इस बीच कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पीड़िता के घर शोक संतप्त परिजनों से मिलने पहुंची हैं।