पनियरा।
प्रदेश एवं केंद्र की सरकार जहां एक तरफ दिव्यांगों को हर सुविधा मुहैया कराने के लिए तत्पर है तो वहीं एक ऐसा मामला भी सामने आया है जहां एक 20 वर्षीय दिव्यांग युवती पर आज तक शासन प्रशासन या किसी भी जनप्रतिनिधि की नजर नहीं पड़ी। एक गरीब घर की दिव्यांग बेटी ट्राई साइकिल के लिए गुहार लगा रही है मगर जिम्मेदार मौन हैं। पूरा मामला पनियरा विकास खण्ड के ग्राम सभा डिंगुरी के टोला बेलहिया का है जहां कि निवासिनी 20 वर्षीय सविता पुत्री स्वर्गीय सदानन्द बेलदार दोनो पैर से दिव्यांग है।
उसके पिता का देहांत बचपन में ही हो गया था। एक भाई है जो अपने परिवार के साथ अलग रहता है। सविता को प्रदेश सरकार की तरफ़ से दिव्यांग पेंशन मिलता है जिसके सहारे सविता और उसकी मां अपना जीवन यापन करते हैं।
दोनों पैर से दिव्यांग सविता को उसकी बुजुर्ग मां चंपा देवी बड़ी कठिनाई से ग्रामीण बैंक पनियरा में पेंशन निकालने के लिए ले जाती हैं। बेटी को ट्राई साइकिल न मिलने पर उसकी मां का कहना है कि कई बार अधिकारियों एवं जनप्रतिनिधियों से अपनी बेटी के लिए एक अदद ट्राई साइकिल की गुहार लगा चुकी हूँ मगर फिर भी जिम्मेदार लोग इसपर कोई सूध नहीं ले रहे।उनका कहना है कि उनकी बेटी को ट्राई साइकिल मिल जाए जिससे उसकी दिव्यांग बेटी को कुछ तो राहत मिले।