इलाहाबाद के बाद अब अलीगढ़ यूनिवर्सिटी में बवाल

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अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी एक बार फिर से विवादों के घेरे में है। यूनिवर्सिटी कैंपस में छात्रों और मीडियाकर्मियों के बीच तीखी झड़प के कारण यूनिवर्सिटी फिर से चर्चा में आ गया है। इसके मद्देनजर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने अलीगढ़ थाने में कुछ पत्रकारों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज कराए हैं। उन पर आरोप है कि उन्होंने बिना अनुमति के कैंपस के अंदर प्रवेश करके झगड़ा व फसाद फैलाने का काम किया। अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी के छात्रों की किसी बात पर कैंपस में आए मीडियाकर्मियों के साथ झड़प हो गई।

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दरअसल उन पत्रकारों पर छात्रों का आरोप था कि वे बिना किसी अनुमति के कैंपस के अंदर घुस आए और यूनिवर्सिटी के खिलाफ टिप्पणी कर उस पर वीडियो बनाने लगे। इसी घटना को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मीडियाकर्मियों के खिलाफ दो अलग-अलग मामले दर्ज कराए हैं।
एएमयू की स्टूडेंट यूनियन की वाइस प्रेसीडेंट हमज़ा सूफियान ने बताया कि कैंपस में यूनिवर्सिटी के छात्रों के द्वारा समाज में फैली असमानता पर एक कार्यक्रम का आयोजित किया गया था। जानकारी के मुताबिक इस कार्यक्रम में एआईएमआईएम (AIMIM) प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी भी शिरकत करने वाले थे। हालांकि विवाद शुरू होने के बाद उनका आना रद्द कर दिया गया।

हमज़ा के मुताबिक कार्यक्रम की शुरुआत होने ही वाली थी की इसी समय एक टीवी चैनल के मीडियाकर्मी बिना किसी अनुमित और आदेश के कैंपस के अंदर घुस आए और कार्यक्रम को अपने कैमरे में कैद कर इसे कवर करना शुरू कर दिया। जब इन्हें यूनिवर्सिटी के प्रॉक्टर के द्वारा रोका गया तो इन्होंने उनके साथ बहस शुरू कर दी मामला झड़प तक पहुंच गया। सूफियान ने आरोप लगाया है कि इन मीडियाकर्मियों ने आवेश में आकर यूनिवर्सिटी के खिलाफ आपत्तिजनक नारे लगाने शुरू कर दिए। वे नारे लगा रहे थे कि एएमयू आतंकवादियों की यूनिवर्सिटी है।
यूनिवर्सिटी के जनसंपर्क अधिकारी सैफी रिज़वी ने कहा कि मीडियाकर्मी बिना किसी अनुमति के कैंपस के अंदर आ गए और छात्रों से पूछताछ करनी शुरू कर दी। यहां तक कि कैंपस में प्रवेश करने से पहले पुलिस को भी कैंपस प्रशासन से अनुमति लेनी पड़ती है। यहां पर उनके अलावा अन्य किसी चैनल के मीडियाकर्मी मौजूद नहीं थे, रिज़वी का आरोप था कि वे कैंपस में घुसकर अशांति फैलाना चाहते थे।
दूसरी तरफ उन मीडियाकर्मियों का भी आरोप है कि कैंपस के छात्रों ने उनके साथ गलत व्यवहार किया। उनका कहना है कि वे एक स्टोरी के लिए वहां रिपोर्टिंग करने गए थे उनका वहां के छात्रों से कोई लेना-देना नहीं था।
रिपोर्टिंग कर रही एक पत्रकार का कहना था कि झड़प में कई छात्रों ने वहां मौजूद कई पत्रकारों के कैमरे और फोन तोड़ दिए जिससे उनके कई फुटेज नष्ट हो गए। उसने बताया कि पुलिस अधिकारियों के मुताबिक एएमयू कैंपस में इस तरह की हरकतें होती रहती हैं।
अलीगढ़ जिला मजिस्ट्रेट सीएम सिंह ने कहा कि यह यूनिवर्सिटी का आंतरिक मामला है। हमने इस मामले को लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन से एक निष्पक्ष जांच की मांग की है। सिंह ने कहा कि जांच में दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ आईपीसी की धारा के तहत कार्रवाई की जाएगी।