आज से शुरू हो रहा चैत्र नवरात्र, मंदिरों में भक्तों की भीड़

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6 अप्रैल से चैत्र नवरात्रि (Chaitra Navratri) शुरू हो रहे हैं, जो 14 अप्रैल तक चलेंगे. पूरे साल में चार बार नवरात्र (Navaratri) आते हैं. हिंदू मान्यता के अनुसार चैत्र और शारदीय नवरात्र को ही महत्वपूर्ण माना गया है. चैत्र नवरात्रि को वासंतिक नवरात्र (Vasantik Navratri) भी कहा जाता है.

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6 अप्रैल से नौ दिनों तक पूरे विधि-विधान से दुर्गा मां के नौ रूपों शैलपुत्री, ब्रह्मचारिणी, चन्द्रघंटा, कुष्माण्डा, स्कंदमाता, कात्यायनी, कालरात्रि, महागौरी और मां सिद्धिदात्री की पूजा की जाएगी. चैत्र नवरात्रि के आखिरी दिन 14 अप्रैल को राम नवमी (Ram Navami) मनाई जाएगी.

चैत्र नवरात्रि हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में बहुत लोकप्रिय है. महाराष्ट्र राज्य में इस दिन से ‘गुड़ी पड़वा’ (Gudi Padwa) शुरू हो जाती है, जबकि आंध्र प्रदेश जैसे दक्षिणी राज्यों में, इस दिन से ‘उगादी’ उत्सव से शुरू होता है.
देवी आराधना का महापर्व चैत्र नवरात्र छह अप्रैल से आरंभ हो रहे हैं। इसमें पांच बार सर्वार्थसिद्धि योग बन रहा है। माता घोड़े पर सवार होकर आ रहीं हैं। विक्रमी संवत 2076 हिंदू नववर्ष भी इसी दिन से आरंभ होगा। नवरात्र में पांच सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ ही दो रवि और रवि पुष्य का भी संयोग मिल रहा है। नवरात्र पूरे नौ दिन के हैं। शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा पांच अप्रैल को दोपहर 2:20 बजे से प्रारम्भ हो गई। यह छह अप्रैल को अपराह्न 3:24 बजे तक रहेगी।