अब कहाँ लोग पूछते इन मिट्टी के दियों को, चाइनीज लाइट का जमाना जो है..

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नीतीश गुप्ता

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गोरखपुर।

खुशियों और रोशनी से भरा त्योहार दीवाली,इस दिन सभी माँ लक्ष्मी और भगवान गणेश की पूजा अर्चना करते हैं। मान्यता तो यह है कि इस दिन भगवान राम सीता जी के साथ वनवास काट कर वापस अयोध्या लौटे थे जिसके खुशी में लोगों ने दीप जलाये थे और तभी से दीवाली मनाई जाती हैं। उस समय लोगों ने दीवाली मिट्टी के दिये से मनाई थी पर अब जमाना कुछ और हैं शायद इसीलिए अब लोग मिट्टी के दिये छोड़ चाइनीज लाइट जला दीवाली मनाते हैं।

अब तो बाजारों में मिट्टी के दिये भी बड़ी मुश्किल से दिखते हैं,दीये बेचने वाले भी ये उम्मीद लगाए रहते हैं कि शायद कोई भुला भटका आएगा और उनके दियों को खरीदेगा। पर अब लोगों को इतना समय कहाँ की वो बाजार जाकर मिट्टी के दिये खरीदे उनमे तेल या घी डालकर उसे जलाये। आजकल के भागते दौड़ते जिंदगी में त्यौहार भी एक फैशन सा हो गया है,बस बाजार गए, चीजे खरीदे और मन गयी दीवाली। चाइनीज लाइट ने घरों को तो जगमगा दिया लेकिन आज कितने कुम्हारो के घरों का रोजगार भी छीन लिया।