संदीप त्रिपाठी
गोरखपुर। बजट सत्र में चर्चा के दौरान चिल्लूपार विधायक विनय शंकर तिवारी ने बेहतर कानून व्यवस्था के मुद्दे पर सरकार को घेरा उन्होंने सदन में अपनी बात रखते हुए कहा कि जब माननीय ही भयभीत हैं जब सांसद व विधायक की नहीं सुनी जा रही तो जनता का क्या हाल होगा।
उन्होंने यूपी इन्वेस्टर्स समिट की ओर ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि एक तरफ सरकार यूपी में उद्योग को बढ़ावा देने का कार्य कर रही है तो दूसरी तरफ मुख्यमंत्री के गृह जनपद की धुरियापार चीनी मिल बेचने की भी तैयारी कर चुकी है।
उन्होंने दोहरे मापदंड पर सवाल उठाते हुए कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश में हमेशा से ही बाढ़ की स्थिति रही है यह क्षेत्र हर साल बाढ़ की चपेट में आता है लेकिन सरकार ने बाढ़ के लिए अब तक किसी बजट का ऐलान नहीं किया इससे सरकार की करनी और कथनी में अंतर है उन्होंने बाढ़ पीड़ित परिवार को ₹95 हजार की आर्थिक सहायता को नाकाफी बताया वही आमी नदी व सरयू के प्रदूषण पर भी बोलते हुए गांव की गंगा को बचाने का भी जोर दिया उन्होंने कहा कि जब तक गांव की गंगा नहीं साफ होगी गंगा की साफ सफाई संभव नही है।
उन्होंने कहा कि सरकार पूर्ण रूप से अफसरों को समर्पित है इसलिए ही सत्ता पक्ष के सांसद विधायक के साथ साथ आम जन की कोई सुनवाई नहीं हो रही है