सुनील सिंह की लड़ाई अब उनकी पत्नी लड़ेंगी, जरूरत हुई तो सड़को पर भी उतरेंगी

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गोरखपुर। जेल में बंद हिंदू युवा वाहिनी के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष वर्तमान में हिंदू युवा वाहिनी भारत नाम से अलग पार्टी बनाकर मैदान में उतरे सुनील सिंह इस वक्त जेल में बंद है वही दिन प्रतिदिन उनके ऊपर प्रशासन का शिकंजा कसता जा रहा है।

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सुनील सिंह की रिहाई के लिए उनकी पत्नी ने आज शहर के एक होटल में पत्रकारों से वार्ता करते हुए बताया कि उनके पति ने अपने जीवन के महत्वपूर्ण 20 साल योगी आदित्यनाथ की सेवा में गुजार दिए। घर-परिवार को यह याद नहीं कि कब वह दो वक्त लगातार भोजन घर में किए हो। लेकिन उसका परिणाम यह है कि जब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बने हैं तो उनके पति का उत्पीड़न शुरू हो गया है। मुख्यमंत्री किसी भी जिले में डीएम, एसएसपी का संरक्षक होता है। मुख्यमंत्री के जिले में जब किसी निर्दाेश और बेकसूर के साथ अन्याय हो, कानून की मर्यादा से बाहर जाकर उत्पीड़न हो तो इसे सत्ताधीश के अहंकार की तुश्टि मानी जा सकती है।

कुसुम सिंह ने कहा कि उनके पति के साथ अन्याय हो रहा है उन्होंने कहा कि यह अन्याय सिर्फ इसलिए हो रहा क्योंकि उनके पति ने भ्रम में अपना सारा जीवन हिंदूत्व की रक्षा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को समर्पित कर दिया।

उन्होंने कहा कि मैं क्षत्राणी हूं और क्षत्रिय का लहू मेरे खून में है मैं कायर नहीं हूं। मैं आत्मदाह की धमकी नहीं दूंगी आंखों में आंसू भले ही आ जाएंगे लेकिन राजपूत की मर्यादा को तार-तार नहीं होने दूंगी। मेरे पति बेकसूर है हैं, उनके साथ अन्याय हो रहा। पति की पीड़ा मेरी आंखों में झलक सकता है उन्होंने कहा, ‘पति के साथ साथ कार्यकर्ताओं का प्रशासनिक उत्पीड़न अगर बंद नहीं हुआ तो आंखों में आंसू लेकर स्वयं अपने हाथ में भगवाध्वज लेकर सड़क पे उतर सकती हूं। पति और उनके साथियो को न्याय दिलाकर रहूंगी।

कुसुम सिंह ने ऐलान किया कि वह मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी न्याय नहीं मिला तो सड़क पर उतर इस अहंकारी भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने तक संघर्श करूंगी।