गुलरिहा थाना क्षेत्र में इन दिनों वर्दीधारीयों के शह पर हरे पेड़ों का कटान जोरों से चल रहा है। पुलिस मूकदर्शक बनकर तमशबीन बनी हुई है। पुलिस के पीकेट से महज पांच सौ मीटर दूरी पर हरे पेडों का कटान दबंग कारोबारी धडल्ले कर रहे है। खास बात तो यह है कि पुलिस पीकेट से महज दो किमी दूरी पर वन विभाग की पुलिस स्थापित है इसके बावजूद लकड़ी माफिया हरे पेड़ों की कटान करने में दोनो विभागों पर भारी पडते नजर आ रहे है।
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एक तरफ केन्द्र तथा प्रदेश सरकार पर्यावरण संरक्षण के प्रति गंभीर तो वही सीएम के गृह जनपद में लकड़ी माफियाओं के हौसले बुलंद है।
ग्राम सभा जंगल डुमरी नंबर दो में गुलरिहा थाना क्षेत्र का पुलिस पीकेट ख़पड़हवा चौराहे पर स्थापित है। वहां पुलिस के दो जवान 24 घण्टा गस्त पर रहते है। ठीक इससे दो किमी की दूरी पर जंगल टिकरियां चौराहे पर वन विभागा की पुलिस चौकी भी स्थापित है। इसके बावजूद शुक्रवार को खपड़हवा पुलिस पीकेट से पांच सौ मी की दूरी पर लकडी माफिया द्वारा आम, महुआ, कटहल, नीम के हरे पेडों का धड़ल्ले से अवैध कटान कर उसको ट्राली पर लोड कर खुलेआम ले जा रहे है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिस की मिली भगत से ही लकड़ी माफिया आये दिन हरे पेड़ों की कटान कर बेच रहे है। वही वन विभाग के कर्मचारी भी मूक दर्शक बने हुए है।
इस संबध परतावल रेंजर प्रमोद कुमार श्रीवास्तव का कहना है कि जंगल डुमरी नंबर दो के निवासी रामकेवल और सुर्यभान के विरुद्ध 4/10 और 23/28 मुकदा दर्ज कर कार्यवाही की जा रही है।