बीजेपी की हुई निषाद पार्टी, अब अमरेंद्र निषाद का क्या होगा?
चुनाव से पहले जिस तरीके से समाजवादी पार्टी का साथ छोड़कर अमरेंद्र निषाद ने बीजेपी का साथ पकड़ा तो उससे ये लग रहा था कि गोरखपुर से अमरेंद्र निषाद ही बीजेपी के उम्मीदवार हो सकते हैं। अमरेंद्र के बीजेपी जॉइन करने के बाद निषाद पार्टी सहित प्रदेश की राजनीति में खलबली मच गई। लोग मानने लगे कि अमरेंद्र निषाद के पार्टी जॉइन करने से गोरखपुर में निषाद बनाम निषाद की जंग होगी। लेकिन हाल ही में औपचारिक तौर पर समाजवादी पार्टी का दामन थामने वाली पार्टी निषाद पार्टी ने दो दिन में ही सपा का साथ छोड़ दिया और अब जा मिले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से, सूत्रों की मानें तो निषाद पार्टी और समाजवादी पार्टी में सीटों को लेकर बात नहीं बनी जिसकी वजह से निषाद पार्टी ने समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ दिया।
आज जिस तरीके से निषाद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष संजय निषाद की मुलाकात लखनऊ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से हुई है तो उससे ही आशंका जताई जा रही है कि गोरखपुर की सीट बीजेपी की तरफ से निषाद पार्टी के खाते में जा सकती है। अब अगर ऐसा होता है तो खतरे की घंटी अमरेंद्र निषाद के लिए है जो कि कुछ दिन पहले ही समाजवादी पार्टी का दामन छोड़ बीजेपी में शामिल हुए क्योंकि अगर बीजेपी की तरफ से टिकट किसी निषाद को मिलता है तो यह साफ है कि मौजूदा सांसद प्रवीण निषाद को मिल सकता है। खैर आज के मुलाकात के बाद कहीं न कहीं अमरेंद्र निषाद भी सोच में पड़ गए होंगे कि कहीं पार्टी से मेरा पत्ता साफ ना हो जाए क्योंकि अगर ऐसा होता है तो फिर एक तरह से अमरेंद्र न सपा के रह जाएंगे न ही बीजेपी के, अब ये तो आने वाला समय ही बताएगा कि पार्टी किसे अपना उम्मीदवार घोषित करती है।