फर्रुखाबाद।
पिछले साल बिहार में हुए फ़र्ज़ी टॉपर मामले की तरह यूपी के फर्रुखाबाद में भी एक मामला सामने आया है। एक छात्रा ने यूपी बोर्ड में इंटर टॉप करने के साथ सीबीएसई बोर्ड से भी परीक्षा दी है। इस साल यूपी बोर्ड से जिला टॉप किया तो इसी सत्र में सीबीएसई बोर्ड से भी इंटर की परीक्षा दी है। यूपी बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा में उसे 89.8 फीसद अंक मिले हैं, जबकि सीबीएसई के रिजल्ट का अभी इंतजार है।एक ही वर्ष में छात्रा का दो बोर्ड में परीक्षा देना और दोनों स्कूलों में लगातार उपस्थिति आश्चर्य का विषय बन गया है। बहोरिकपुर में मीरा देवी बालिका इंटर कॉलेज के प्रबंधक गजेंद्र सिंह की पुत्री इसी कॉलेज से यूपी बोर्ड की इंटर की परीक्षार्थी थी। छात्र ने 449 अंक पाए तो पूरे जिले में नाम रोशन कर दिया। परिवार से लेकर अध्यापकों ने भी वाह वाही लूटी। बाद में पता चला कि वह शहर के ही एक कॉन्वेंट स्कूल की भी कई वर्षो से ये छात्रा है और उसने सीबीएसई बोर्ड की 12वीं की परीक्षा आर्मी पब्लिक स्कूल में बनाये गए सेंटर पर दी।
आपको बताते चले कि सीबीएसई बोर्ड की परीक्षार्थी के रूप में उसका अनुक्रमांक 5650854 है, जबकि यूपी बोर्ड में 1252975 है। सीबीएसई में इंग्लिश की परीक्षा 5 मार्च को सुबह 10.30 बजे से शुरू हुई। इसके अलावा फिजिक्स की परीक्षा 7 मार्च को सुबह 10.30 बजे से थी। 3 घंटे की परीक्षा दोपहर 1.30 बजे खत्म हुई। वहीं यूपी बोर्ड की जीव विज्ञान की परीक्षा दोपहर 2 बजे से थी और 7 मार्च को जीव विज्ञान द्वितीय प्रश्न पत्र की परीक्षा दोपहर 2 बजे से थी।
फर्रुखाबाद में आर्मी पब्लिक स्कूल से यूपी बोर्ड के परीक्षा केंद्र बहोरिकपुर के बीच की दूरी 40 किलोमीटर है। ऐसे में दोनों केंद्रों की दूरी को सिर्फ आधे घंटे में कैसे नापा जा सकता है? इस सवाल पर छात्र के कॉलेज प्रबंधक पिता गजेंद्र सिंह चुप्पी साध गए। उप जिला विद्यालय निरीक्षक वित्त लेखाधिकारी राजीव कुमार मिश्रा ने बताया कि जिला टॉप करने वाली लड़कियों में दो जगह परीक्षा देने का मामला संज्ञान में आया है। कोई भी छात्र या छात्रा दो बोर्ड से परीक्षा नहीं दे सकते हैं। जांच कराकर दोषी पाए जाने पर कार्रवाई की जायेगी।अब देखना होगा कि आखिर इस पर कब और क्या कार्रवाई होती हैं।